कानपुरः सपा विधायक इरफान सोलंकी के खास और परेड के पूर्व पार्षद मन्नू रहमान के मौसेरे भाई मोहम्मद सैफ को शुक्रवार की देर रात मूलगंज में गोली मार दी गई. घायल सैफ को इलाज के लिए हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. कानपुर व्यवस्था दुरुस्त रहे इसलिए हैलट अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. घटना की जानकारी पर जांच के लिए पुलिस अफसर अस्पताल पहुंचे.अफसरों के मुताबिक प्रथम दृष्ट्या जांच में लेन-देन का विवाद सामने आया है.
नवाब इब्राहिम का हाता परेड का रहने वाला मोहम्मद सैफ, उर्फ भोलू उर्फ जबर परेड स्थित आईएमए डॉल के पास ठेले पर कपड़ा बेचने का काम करता है. सैफ मूलगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है. वह दस दिन पहले ही हत्या के एक मामले में जेल से छूटकर बाहर आया था.शुक्रवार की देर रात उसके साथ रहने वाले सलमान कालिया के पास नई सड़क के रहने वाले शातिर सलमान काणा का फोन आया.
काणा ने उसे सैफ से बात कराने के लिए कहा. फोन पर दोनों में गाली-गलौज हुई .जिसपर काणा ने उसे चुनौती देते हुए बुला लिया. सैफ रात लगभग दस बजे उससे मिलने के लिए चौबे गोला, मूलगंज पहुंचा. वहां काणा ने सैफ को देखते ही दो हवाई फायर किए और उसकी छाती पर सटाकर तमंचे से फायर करने का प्रयास किया. सैफ ने बचने की कोशिश की तो तमंचा नीचे हो गया और गोली उसकी कमर के ऊपर बायीं तरफ लग गई. गोली लगने के बाद काणा साथियों के साथ फरार हो गया.
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घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से सैफ को पहले उर्सला ले गई. वहां से डॉक्टरो ने उसे हैलट रेफर कर दिया गया. हैलट में लगभग सवा ग्यारह बजे उसे ओटी शिफ्ट किया गया. जहां रात एक बजे तक ऑपरेशन जारी रहा. सोमवार की सुबह सैफ की इलाज के दौरान मौत हो गई. हैलट इमरजेंसी से पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. डीसीपी ईस्ट रविन्द्र कुमार ने बताया कि सलमान काणा के गोली मारने की बात प्रकाश में आई है. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. परिवार वालों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी