Varanasi News: केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले ने सोमवार को वाराणसी दौरे के क्रम में पत्रकारों से बात की. सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करने के दौरान उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को सूबे के 75 जिले में बहुजन कल्याण यात्रा निकाली गई. इसका उद्देश्य लोगों को बताना था बाबा साहब अंबेडकर की असली पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया है. उन्होंने बसपा पर आरोप लगाया कि उसे सिर्फ चुनाव लड़ने में इंटरेस्ट है. बसपा को किसी के विचार से कोई मतलब नहीं है.
रामदास अठावले का कहना है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का विकास हो रहा है. हम लोग केंद्र सरकार के कामों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासनकाल में लोगों के बीच जाति और धर्म की दुर्भावना को फैलाने का काम किया गया.
केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले का कहना है उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी को 8 से 10 सीट मिलनी चाहिए. हम जब भी लखनऊ में रैली करते हैं, सफल हो जाते हैं. फिलहाल, हमारी पार्टी एनडीए के साथ गठबंधन में है. हमें ऐसा लगता है अगर हमारी रैली सफल होती है तो बीजेपी हमें 10-12 सीटें दे सकती है.
किसानों को पीएम मोदी का आभार जताते हुए आंदोलन खत्म करना चाहिए. अगर ओवैसी और बीजेपी चाचा भतीजा हैं तो राकेश टिकैत हमारे चाचा हैं.
रामदास अठावले, केंद्रीय राज्यमंत्री
पश्चिमी यूपी में चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि पूर्वांचल और जहां-जहां हमारा यूनियन अच्छा काम कर रहा है, वहां हम चुनाव लड़ सकते हैं. पूर्वांचल की तीन सीटों पर चुनाव लड़ने के सवाल पर अठावले ने कहा अभी इस विचार हो रहा है. कैंडिडेट्स अच्छे रहेंगे तो वहां चुनाव जरूर लड़ा जाएगा. हमें उम्मीद है कि हमें 10-12 सीटें मिलेंगे. महंगाई के सवाल पर कहा कि महंगाई है. लेकिन, भारत सरकार ने टैक्स कम किया है. राज्य सरकारों ने भी टैक्स कम किया है. जिससे महंगाई थोड़ी कम हुई है और जहां तक बात रोजगार की है तो उसके लिए बहुत सारे प्लान योगी सरकार ने बनाए हैं.
अठावले की मानें तो जिस तरह मुंबई और पुणे में पिछले पांच सालों में लोग यूपी से आते थे, वो अब नहीं आ रहे हैं. इसका मतलब है यूपी में लोगों को रोजगार मिल रहा है. ओवैसी के सीएए और एनआरसी कानून को वापस लेने की मांग के सवाल पर अठावले ने कहा कि हर कानून पर इस तरह से हर व्यक्ति बोलने लगा कि वापस लो तो फिर मंत्रिमंडल का मतलब क्या रह जाएगा? कृषि कानून को लेकर के सरकार गंभीरता से विचार कर रही थी. जिसके बाद कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया गया. अगर सरकार हर कानून को वापस लेने की बात करती रही तो देश चलाना मुश्किल हो जाएगा.
मालेगांव समेत कई जगह पर हुई हिंसा के मामले को लेकर बीजेपी को सीधे तरीके से निशाना बनाए जाने के सवाल पर रामदास अठावले ने कहा कि विपक्ष ने गड़बड़ किया है. इस पूरे मामले की जांच करके दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. वहीं, उन्होंने बीजेपी सांसद वरुण गांधी द्वारा पीएम मोदी को पत्र लिखकर किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग के सवाल पर कहा कि हर बात प्रधानमंत्री बोल नहीं सकते हैं. लेकिन, किसानों की मांग पर केंद्र सरकार गंभीरता से काम कर रही है.
(रिपोर्ट:- विपिन सिंह, वाराणसी)
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