कानपुर में मरीजों के लिए अच्छी खबर है. मुरारीलाल चेस्ट अस्पताल का छह साल से बंद पड़ा आईसीयू फिर से शुरू होने जा रहा है.ऑक्सीजन आपूर्ति नहीं होने से बंद इस आईसीयू में पांच बेड की व्यवस्था होगी. सभी बेड तक लिक्विड ऑक्सीजन की सुविधा होगी. इसके लिए प्लांट भी लगाया गया है. दो से तीन दिन में मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला के मुताबिक ऑक्सीजन और अन्य व्यवस्था की कमी के कारण 2017 से मुरारीलाल चेस्ट अस्पताल का आईसीयू बंद पड़ा था. यहां ऑक्सीजन सिलेंडर से पहुंचाई जाती थी. इससे आग लगने का डर रहता था. अब शासन से मिले करीब दो लाख की लागत से आईसीयू को दोबारा चालू किया जा रहा है.
मुरारीलाल चेस्ट अस्पताल में आईसीयू की सुविधा नहीं होने से गंभीर मरीजों को हैलट रेफर किया जाता था. अब आईसीयू शुरू होने से मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा. जिससे हैलट अस्पताल के आईसीयू में भी लोड कम पड़ेगा. अभी तक हैलट अस्पताल का आईसीयू फुल रहता है.
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शहर के सबसे बड़े अस्पताल हैलट में गंभीर मरीजों के इलाज का तरीका बदलने वाला है. मरीजों की पहले जान बचाई जाएगी फिर अस्पताल की औपचारिकता पूरी होगी. इमरजेंसी के पास 12 बेड का रेड जोन एरिया शनिवार से शुरू होगा. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर संजय काला के अनुसार मेडिकल स्टाफ के साथ विशेषज्ञ डॉक्टर भी मौजूद रहेंगे. 12 बेड के साथ दो मॉनिटर भी रेड जोन एरिया में रहेंगे. उन्होंने बताया कि अस्पताल में रेड जोन एरिया की तरह यलो जोन एरिया भी जल्द तैयार होगा. यह 40 बेड की व्यवस्था होगी. डॉ काला के अनुसार हैलट में बेहतर व समय पर इलाज के लिए क्विक रिस्पांस टीम बनाई जा रही है. टीम में दो वरिष्ठ डॉक्टर भी होंगे. टीम के जिम्मे अस्पताल की पूरी इलाज सुविधा होगी.