19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Nag Panchami 2023 Date and Time: कब है नाग पंचमी ? जानें सही तारीख, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, नियम और मान्यताएं

Nag Panchami 2023 Date and Time: नाग पंचमी नाग देवता की पूजा का एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है. हर साल यह दिन सावन के शुभ महीने में मनाया जाता है. जानें नाग पंचमी 2023 कब है ? सही तारीख समेत पूजा का शुभ मुहूर्त, नियम और उपाय भी जान लें.

Nag Panchami 2023 Date and Time: हिंदू पारंपरिक कैलेंडर के अनुसार, श्रावण, शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला नाग पंचमी एक अनोखा त्योहार है क्योंकि यह सांपों को समर्पित है. इस दिन भक्त नागों की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद मांगते हैं. जानें नाग पंचमी 2023 की सही तरीख क्या है ? नाग पंचमी पूजा कैसी की जाती है? पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, नियम समेत पूरी डिटेल्स आगे पढ़ें.

नाग पंचमी 2023 तारीख, शुभ मुहूर्त

नाग पंचमी पूजा हर साल जुलाई या अगस्त में होती है. नाग पंचमी 2023 सोमवार, 21 अगस्त 2023 को मनाई जा रही है.

नाग पंचमी 2023: तिथि, पूजा का समय

नाग पंचमी तिथि: सोमवार, 21 अगस्त 2023

पंचमी तिथि प्रारंभ: 21 अगस्त 2023 को रात्रि 12:21 बजे

पंचमी तिथि समाप्त: 22 अगस्त 2023 को प्रातः 02:00 बजे

नाग पंचमी पूजा मुहूर्त: प्रातः 05:53 बजे से प्रातः 08:30 बजे तक

नाग पंचमी पूजा मुहूर्त 2023

नाग पंचमी पूजा मुहूर्त 21 अगस्त, शुक्रवार को सुबह 05:53 बजे से सुबह 08:30 बजे के बीच है. श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 21 अगस्त को 12:21 बजे शुरू होगी और पंचमी तिथि 22 अगस्त को 02:01 बजे समाप्त होगी. नाग पंचमी का त्योहार 21 अगस्त को उदया तिथि के आधार पर मनाया जाएगा.

नाग पंचमी पूजा विधि

  • नाग पंचमी पर नाग देवता को दूध चढ़ाना मुख्य अनुष्ठान है. लोगों के बीच यह मान्यता है कि इस दिन नाग देवता को दूध और प्रसाद चढ़ाने से उनका परिवार किसी भी अनिष्ट से बच जाता है.

  • नाग पंचमी के दिन, भक्त सुबह स्नान करते हैं और फिर घर के दरवाजे पर मिट्टी या गाय के गोबर से नाग देवता की छवि बनाते हैं.

  • फिर नाग देवता को दूर्वा, कुशा और फूल चढ़ाए जाते हैं.

  • नाग पंचमी के लिए मुख्य पूजा सामग्री दूध आधारित होता है, खीर से लेकर मिठाई तक, जिसे बाद में देवता को चढ़ाया जाता है.

  • भारत में लोग नाग पंचमी पर जिन नाग देवताओं की पूजा करते हैं उनमें से कुछ हैं अनंत, शेष, वासुकी, कंबाला, पद्मा और कालिया.

नाग पंचमी कथा

नाग पंचमी की उत्पत्ति का पता प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों और पौराणिक कथाओं से लगाया जा सकता है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सांपों का एक प्रमुख स्थान है और वे विभिन्न देवताओं और ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़े हुए हैं. हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक, भगवान शिव को अक्सर उनके गले में लिपटे हुए सांप के साथ चित्रित किया जाता है, जिसे वासुकी के नाम से जाना जाता है.

इसके अतिरिक्त, भगवान कृष्ण अपने दोस्तों के साथ यमुना नदी के किनारे खेल रहे थे. अचानक गेंद पानी में जा गिरी. भगवान नदी में चले गए और कालिया (नाग) ने उन पर हमला कर दिया.

तब कृष्ण ने सांप की पूंछ पकड़ ली और उसे नदी की सतह पर खींच लिया और उसे हरा दिया. उस समय कालिया को एहसास हुआ कि कृष्ण कोई साधारण बालक नहीं, बल्कि भगवान विशु के अवतार थे. उसने माफी मांगी और वादा किया कि वह फिर कभी किसी को पीड़ा नहीं देगा. इस प्रकार यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है.

नाग पंचमी परंपरा रिवाज

नाग पंचमी के दिन, लोग सांपों की पूजा करने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए विभिन्न अनुष्ठान और रीति-रिवाज करते हैं.

सांप की पूजा: लोग नाग देवताओं को समर्पित मंदिरों में जाते हैं और सांप की मूर्तियों या चित्रों पर दूध, फूल और अन्य प्रसाद चढ़ाते हैं. कुछ परिवार गाय के गोबर या मिट्टी से सांप की छवियां बनाते हैं और उन्हें घर के एक प्रमुख क्षेत्र में रखकर उनकी पूजा करते हैं.

दूध चढ़ाना: एंथिल पर दूध डालना, जो सांपों का निवास स्थान माना जाता है, एक सामान्य अनुष्ठान है. इसे नाग देवताओं को प्रसन्न करने और उनकी सुरक्षा पाने के एक तरीके के रूप में देखा जाता है.

उपवास: कुछ भक्त नाग पंचमी पर उपवास रखते हैं, शाम तक मुख्य पूजा होने तक भोजन और पानी से परहेज करते हैं.

रंगोली और सजावट: महिलाएं और बच्चे अक्सर अपने घरों के बाहर रंगोली पाउडर से सांपों का प्रतिनिधित्व करते हुए रंगीन रंगोली या पैटर्न बनाते हैं.

मंदिरों में नाग पंचमी: कुछ क्षेत्रों में, संगीत और नृत्य के साथ सड़कों पर सांपों की मूर्तियों या चित्रों के साथ जुलूस निकाले जाते हैं.

Also Read: जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो करें यह उपाय होगी उन्नति
Also Read: Raksha Bandhan 2023 Date: रक्षाबंधन कब है 30 या 31 अगस्त ? जानिए सही तारीख, शुभ मुहूर्त और भद्रा काल
Also Read: शनि की उल्टी चाल से मेष, सिंह, वृश्चिक राशि वालों के जीवन में आयेगी खुशियां, धन की होगी वर्षा

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें