12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नेतरहाट में दो माह से पानी के लिए परेशान हैं लोग, नक्सली संगठन ने पोस्टर चिपकाकर निर्माण कार्य पर लगायी थी रोक

नेतरहाट में दो महिने पहले लेवी के लिए नक्सली संगठन टीपीसी ने पोस्टर चिपकाकर जलापूर्ति निर्माण में रोक लगा दिया था. जिसके बाद नक्सली संगठन टीपीसी के खौफ से अब तक निर्माण कार्य ठप है.

लातेहार, वसीम अख्तर : नक्सली संगठन टीपीसी के भय से पिछले दो महीने से नेतरहाट की ग्रामीण जलापूर्ति योजना का नव निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है. पीएचईडी विभाग द्वारा नेतरहाट तलाब समीप करोड़ों की लागत से ग्रामीण जलापूर्ति योजना के अंतर्गत एक इटकवेल, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सम्प एवं कुछ नये पानी टंकी के साथ स्टाफ क्वार्टर भी निर्माण कराया जा रहा है.

टीपीसी संगठन पोस्टर लगा निर्माण कार्य कराया बंद

मिली जानकारी के अनुसार पीएचईडी विभाग पेयजल आपूर्ति योजना के तहत उक्त योजना में 13 जून 2023 को कार्य स्थल पर टीपीसी संगठन पोस्टर लगा निर्माण कार्य बंद करा दिया है, तब से लेकर अभी तक निर्माण कार्य संवेदक द्वारा बंद करके रखा गया है. उक्त निर्माण कार्य को सेप्टरा पीओ और जेवी शिवा कांत मिश्रा इन दो कंपनी मिलकर लिया हैं. ग्रामीण जलापूर्ति योजना का कार्य कंपनी को 2024 तक पूर्ण करना है, लेकिन संवेदक द्वारा अब तक 50% भी कार्य को नहीं किया गया है. चिपकाये गये पोस्टर में ठेकेदारों को चेतावनी जारी करते हुए लिखा गया कि क्षेत्र में हो रहे कार्य बिना संगठन को माईनेज किये न करें. अन्यथा फौजी कार्रवाई की जायेगी. साथ पोस्टर में चोर, दलाल को भी होशियार करते लिखा गया. संगठन का नाम बेचकर कार्य न करें अन्यथा गोली खाने को तैयार रहें.

पूरानी जलापूर्ति योजना हो गई थी जर्जर

नेतरहाट बहुत खूबसूरत जगह है, लेकिन कहते है न हर खूबसूरती के पीछे कुछ कमियां रह जाती है. नेतरहाट में पेयजल की भारी समस्या है. पेयजल के लिए प्रकृतिक स्रोत नही है. नेतरहाट समुद्री तल से 3700 फीट ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां चापाकल भी सफल नहीं होता. कुआं नहीं खोद सकते क्योंकि इसकी पठार भूमि बॉक्साइट से भरा पड़ा है. नेतरहाट आवासीय विद्यालय के निर्माण के बाद पेयजल समस्या से निपटने के लिए तत्कालीन बिहार सरकार के द्वारा नेतरहाट में एक बड़ा तलाब का निर्माण कराया गया. तलाब से पूरे नेतरहाट में जलापूर्ति योजना तहत पानी सप्लाई पाइपलाइन द्वारा कि गई, लेकिन समय के साथ पूरानी जलापूर्ति योजना जर्जर होती गई. इसके मशीन पूराना होने पर ज्यादातर खराब होने लगा. इसके पार्टस भी जल्द नहीं मिलते हैं तो स्टाफ क्वार्टर भी जर्जर हो गई है. 2022 में लगभग 8 करोड़ लागत से नई ग्रामीण जलापूर्ति योजना निर्माण शुरू की गई है, लेकिन इस विकास के कार्य में उग्रवादी संगठन बांधक बने हुए हैं.

नेतरहाट थाना प्रभारी ने क्या कहा

इस संबंध में पूछे जाने पर नेतरहाट थाना प्रभारी बंधन भगत ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है और न संवेदक द्वारा दी गई है लेकिन फिर भी अपने स्तर से मामले की जांच की जायेगी. बता दें कि साल 2022 से नेतरहाट क्षेत्र में पुन: नक्सली धीरे-धीरे फिर से पैर पसार रहे हैं. दहशत फैलाने में जुट हैं, लंबे अरसे तक शांत रहने के बाद इस वर्ष नक्सली विकास के कार्यों में लगे मुंशी के साथ मारपीट एवं आगजनी की घटना को अंजाम दे चुके हैं. साथ ही एक महिने पूर्व नेतरहाट थाना क्षेत्र के दौना गांव में एक व्यक्ति की जान पिटाई कर ले चुका है.

Also Read: झारखंड : जर्जर होता जा रहा नेतरहाट का ऐतिहासिक शैले हाउस, अंग्रेज अफसर यहां आकर करते थे आराम

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें