Jharkhand News (चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम) : झारखंड के सरकारी स्कूली बच्चे समेत अन्य जरूरतमंद बच्चे अब स्मार्टफोन से ऑनलाइन क्लास कर सकेंगे. झारखंड पुलिस की पुलिस उपकरण बैंक के माध्यम से चक्रधरपुर में 45 मेधावी और जरूरतमंद स्टूडेंट्स के बीच स्मार्टफोन का वितरण किया गया.
झारखंड DGP की अनोखी सोच को अमलीजामा पहनाते हुए चक्रधरपुर थाना पुलिस सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत चाईबासा जिला पुलिस उपकरण बैंक के माध्यम से मेधावी और जरुरतमंद विद्यार्थियों के बीच स्मार्ट मोबाइल फोन का वितरण किया है. स्मार्ट फोन वितरण समारोह के SP अजय लिंडा, DFO मनीष कुमार, SDO अभिजीत सिंहा, ASP cum SDPO नाथु सिंह मिणा भी उपस्थित थे.
स्मार्ट मोबाइल फोन वितरण कार्यक्रम में 45 मेधावी और जरूरतमंद स्टूडेंट्स को स्मार्टफोन तथा 100 मानकी, मुंडा और अभिभावकों को अंगवस्त्र, छाता और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. वहीं, कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा थाना परिसर पर पौधरोपण भी किया गया.
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मैट्रिक में 95.2 प्रतिशत अंक से पास किये पोटका के साहिल बोदरा, इंदकाटा के अमित बोदरा, बंदगांव ममाईत के जंगला सोय, चंद्रजारकी के सेतु मिंज, मानसिंह सिजुई, मारकुश डांगिल, पोकुवाबेड़ा के सोनु सामाड, लुपुंगबेड़ा के अमन बोदरा, लांडुपदा के जीत डांगिल, गुलकेड़ा के प्रकाश कांडेयांग, गुइगांव के सेलाय बोयपाई, मृदुला तांती, महात्मा गांधी उवि की निकिता मुखी, कस्तूरबा विद्यालय की ललिता हांसदा, सत्यवती तांती, कुलीतोडांग के नारायण जोंको, फौदमा जोंको, नीलम जोंको, लखन दोंगो, पंडितहाता की निशा कुमारी, बुढ़ीगोड़ा स्कूल जेनासाई की ननीका सामाड, बुढ़ीगोड़ा के रामराई बोदरा, आरएनएसजीएचएस की मधुमिता कैवर्त, पूनम गागराई, पूजा प्रधान, उड़िया मवि पुरानाबस्ती की बबिता साहू, नेहा कुमारी नायक, आरआरएमएमएस की जयांशी कुमारी, अंचल कॉलोनी विद्यालय की कोमल सालुजा, आरआरएमएमएस की दिव्यज्योति जामुदा, रोलाडीह की नंदीता सामाड, सपना हांसदा, लादोडीह के परेश महतो, टोकलो की मनीषा गागराई, दुड़ियाम की रीना महतो, नलिता की शैल्या कुम्हार, सुरबुड़ा के उजाला भूमिज आदि शामिल है.
इस मौक पर SP अजय लिंडा ने कहा कि अनुशासन ही जीवन को महान बनाता है. अनुशासन से मानसिक दृढ़ता, एटिट्यूड आदि दिलाता है. विद्यार्थी जीवन में च्वाॅइस होना चाहिए, तभी वह आगे बढ़ता है. उन्होंने स्टूडेंट्स को लक्ष्य लेकर पढ़ाई करने तथा अपने समाज और गांव से अंधविश्वास और कुरुतियों को दूर करने को कहा. वहीं, मानकी- मुंडा को इसमें सहयोग करने की अपील भी की.
DFO मनीष कुमार ने कहा कि परीक्षा की सफलता में अनुशासन और मेहनत के साथ रिवीजन भी बहुत जरूरी है. मैट्रिक के बाद आगे की पढ़ाई में एक लक्ष्य होना चाहिए, तभी वह सफलता की ओर आगे बढ़ता है. उन्होंने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिला पढ़ाई के क्षेत्र में बहुत अच्छा नहीं है. हालांकि, यहां कि कानून व्यवस्था बहुत बेहतर है. इससे पढ़ाई का माहौल बनता है. उसका स्टूडेंट्स को फायदा लेना चाहिए.
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SDO अभिजीत सिन्हा ने कहा कि 10वीं की पढ़ाई के बाद भी आगे की पढ़ाई जारी रखना है और करियर की सफलता के लिए एक लक्ष्य बना लेना जरूरी है. उसमें 3D मूलमंत्र. अगर स्टूडेंट्स जीवन में 3D मंत्र का पालन करेगा, तो उन्हें जरूर सफलता मिलेगी. 3D में डिटरमिनेशन, डिसिप्लिन एवं डेडीकेशन मुख्य है. इन तीनों को आत्मसात करने पर ही स्टूडेंट्स करियर बना सकते हैं. मोबाइल का सदुपयोग करें. इसे पढ़ाई को लेकर उपयोग करें. जरूरत पड़ने पर हमलोगों से सलाह भी ले सकते हैं.
वहीं, ASP नाथु सिंह मिणा ने कहा कि पढ़ाई के आगे उपकरण बाधा नहीं आये, उसके लिए यह प्रयास किया जा रहा है. यह आगे भी जारी रहेगा. आज के युग में शिक्षा बहुत जरूरी है. शिक्षित होने से ही आप अपने समाज और गांव के साथ-साथ राज्य का विकास कर सकते हैं. शिक्षा में तभी सफलता मिलेगा, जब लक्ष्य और मेहनत के साथ अनुशासन होगा. किसी भी कार्य के लिए अनुशासन बहुत ही जरूरी है.
मौके पर मानकी मुंडा संघ के अध्यक्ष कृष्णा सामाड, मानकी रामेश्वर बोदरा, थाना प्रभारी प्रवीण कुमार, विधायक पुत्र सन्नी उरांव, दयापाणी, विनोद भगेरिया समेत काफी संख्या में विद्यार्थी, विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक शिक्षिकाएं और अभिभावक मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.