इपीएफओ, सामाजिक सुरक्षा सहायक परीक्षा में किया गया इस्तेमाल, पकड़े गये तीन मुन्ना भाई
नकली परीक्षार्थियों को पकड़ने के लिए किया जा रहा है एआई टूल का उपयोग
दूसरे की जगह परीक्षा देने आये नकली परीक्षार्थियों को पकड़ रहा एआई टूल
Use of Artificial Intelligence in Competitive Exams to curb Cheating and Fraud – परीक्षा में नकली परीक्षार्थियों को पकड़ने के लिए एआई टूल का उपयोग होगा. हाल में ही एनटीए ने नोएडा, कोलकाता और रुड़की में इपीएफओ सामाजिक सुरक्षा सहायक परीक्षा में बैठनेवाले तीन मुन्नाभाई को एआई टूल के माध्यम से पकड़ा था.
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परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए एआई का इस्तेमाल
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) अब परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करेगी. इसका ट्रायल भी सफल रहा है. अब हर परीक्षा में नकली परीक्षार्थियों को पकड़ने के लिए एआई टूल का उपयोग होगा. हाल में ही एनटीए ने नोएडा, कोलकाता और रुड़की में इपीएफओ सामाजिक सुरक्षा सहायक परीक्षा में बैठने बाले तीन मुन्ना भाई को एआई टूल के माध्यम से पकड़ा था.
ऐसे पकड़ा गया ‘मुन्नाभाई’
एनटीए के अनुसार ट्रायल के तौर पर दिल्ली के एक केंद्र पर परीक्षार्थियों के चेहरे की पहचान करने वाली मशीन लगायी गयी थी. एक प्रत्याशी जब उससे गुजरा, तो अलार्म बज गया. इससे अधिकारियों को उसके असली परीक्षार्थी होने पर संदेह हुआ. फिर आधार नंबर के माध्यम से जांच की गयी, जिसमें उसकी तस्वीर सामने आ गयी. सच्चाई सामने आने पर अभ्यर्थी ने भी अपनी गलती स्वीकार कर ली. इसी तरह कोलकाता और रुड़की में भी एक-एक मामला सामने आया, जहां अभ्यर्थी दूसरे की जगह परीक्षा देने आये थे.
परीक्षा में पारदर्शिता लाने की कोशिश
एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परीक्षा को और पारदर्शी और नकल विहीन बनाने के लिए एनटीए कई उपायों पर काम कर रही है. नकली परीक्षार्थियों को पकड़ने के लिए एआई टूल का उपयोग किया जा रहा है. आने वाली सभी परीक्षाओं में इसका इस्तेमाल होगा. नीट यूजी, जेइइ मेन और सीयूइटी यूजी में परीक्षार्थियों की संख्या अधिक रहती है. इसके आधार पर एआई टूल के उपयोग पर विचार किया जा रहा है.