Odisha Train Accident Updates: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के 51 घंटे से अधिक समय के बाद अब तक मरम्मत की गई पटरियों पर सोमवार से पेसेंजर ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू हो गया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यात्रियों और चालक दल की सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना की. मंत्रालय ने बताया कि क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत में 1,000 से अधिक कर्मचारी लगे हुए थे.
पीएम के आदेश के तुरंत बाद शुरू हो गया था काम
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश के तुरंत बाद पटरियों के मरम्मत और पुनर्निर्माण के प्रयास शुरू हो गए. उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने रेल पटरियों की बहाली पर अपनी सलाह और निर्देश दिए. मरम्मत में लगी टीम ने सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए क्षतिग्रस्त पटरियों को ठीक करने के लिए लगन और व्यवस्थित रूप से काम किया.”
दोनों लाइनों का किया गया परीक्षण
केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि सेवाओं को फिर से शुरू करने से पहले दोनों लाइनों का परीक्षण किया गया था. इससे पहले, वैष्णव ने खुलासा किया कि यह रेल हादसा “इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव” के कारण हुआ था.
घायलों में 793 हुए डिस्चार्ज
मालूम हो कि ओडिशा रेल हादसा भारतीय रेल के इतिहास में सबसे खराब ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक है. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 288 बताई गई. हालांकि, बाद में इसे संशोधित तक 275 का आंकड़ा बताया गया. ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि दरअसल, कुछ शवों की दो बार गिनती की गई थी, जिससे आंकड़ों में गड़बड़ी हुई थी. उन्होंने बताया कि 1,175 घायलों में से अब तक 793 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई
पीड़ित परिवारों को मुआवजा देगी ओडिशा सरकार
बता दें कि इससे पहले, ओडिशा सीएमओ की ओर से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है. ओडिशा सीएमओ ने बताया कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे में राज्य के मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए एक-एक लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है. जानकारी दी गई कि यह सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाएगी.