खूंटीः मसीही विश्वासियों ने रविवार को पूरे उत्साह के साथ खजूर पर्व मनाया. इस अवसर पर शहर के संत मिखाईल, जीईएल और सीएनआई चर्च में विशेष अराधना का आयोजन किया गया. संत मिखाईल कैथेड्रल चर्च के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सुबह लोयला हॉस्टल मैदान में सभी विश्वासी एकत्र हुए जहां बिषप विनय कुजूर ने खजूर को आशीष दिया. इसके बाद मैदान से शोभायात्रा निकाली गयी. जो भगत सिंह चौक, तोरपा रोड होते हुए चर्च में आकर समाप्त हुई. इसके बाद चर्च में विशेष मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन किया गया.
”पवित्र सप्ताह में हम प्रवेश कर रहे”
इस दौरान बिषप विनय कंडुलना ने अपने संदेश में कहा कि खजूर पर्व के साथ ही आज से पवित्र सप्ताह में हम प्रवेश कर रहे हैं. इस सप्ताह हम ईश्वर की प्रवृति को देखें और उन्हें महसूस करें. उन्होंने कहा कि मनुष्य पाप, हिंसा, चोरी, बुराई के अंधकार में फंसा हुआ है. उसको दूर करने के लिए ईश्वर ने मनुष्य के रूप में धरती में जन्म लिया. यीशु ख्रीस्त हमसे आशा करते हैं कि हम अपने आप को पूरी तरह से खाली कर दें. जिससे ईश्वर उसमें अपनी कृपा भर सकें. अगर आप पाप, घमंड, बुराई से भरे रहेंगे तो ईष्वर की कृपा नहीं होगी.
”यीशु मसीह से जुड़कर रहने से जीवन में सुख शांति बनी रहेगी”
जीईएल चर्च में पादरी ओबेद सोरेंग ने कहा कि यीशु मसीह से जुड़कर रहने से जीवन में सुख शांति बनी रहेगी. खजूर रविवार प्रभु यीशु के यरूशलेम की यात्रा को याद दिलाती है जिसमें यरूशलेम वासी प्रभु की जय जयकार करते हुए प्रवेश करते हैं. इस दौरान खजूर की डालियां थामे विश्वासी होसन्ना, होसन्ना की जय जयकार कर रहे थे. इस दौरान खजूर पर्व मनाये जाने के इतिहास को भी याद किया गया.
रनिया में खजूर पर्व संपन्न
रनिया प्रखंड के विभिन्न गिरजाघरों में रविवार को खजूर पर्व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ. इस अवसर पर आरसी चर्च पिडुल और सौदे आरसी चर्च में खजूर की डाली के साथ सैकड़ों विश्वासी पहुंचे. पिडूल में पुरोहित फादर क्रिस्टोफर जोजो और सौदे में गैबरियल बारला ने खजूर पर्व के इतिहास और महत्व की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यीशु ने अपने दुःख भोग और मौत के पूर्व यरूशलम में प्रवेश किया था. उसी की याद में खजूर पर्व को मनाया जाता है. मौके पर फादर अमृत सुरिन संदीप कंडुलना सहित अन्य उपस्थित थे.