प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 29 जनवरी को परीक्षा पे चर्चा 2024 के सातवें संस्करण में बोर्ड परीक्षा के छात्रों के साथ बातचीत की. नई दिल्ली के भारत मंडपम में कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू किया गया. परीक्षा पे चर्चा के लिए 205.62 लाख से अधिक छात्रों, 14.93 लाख से अधिक शिक्षकों और 5.69 लाख से अधिक अभिभावकों ने पंजीकरण कराया. इस वर्ष लगभग 4,000 प्रतिभागियों ने पीएम मोदी से बातचीत की. आइये जानते हैं इस बातचीत की प्रमुख 10 बातें, वो दस बातें जिससे पीएम मोदी ने बच्चों के अंदर आत्मविश्वास भरा.
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ भी करने के लिए स्वस्थ्य शरीर बहुत जरूरी है. रोजाना व्यायाम करना चाहिए. पढ़ाई के साथ-साथ 5-10 मिनट फिजिकल एक्टिविटी होनी चाहिए. जैसे मोबाइल को रिचार्ज करना होता है वैसे ही शरीर को भी रिचार्ज करने की जरूरत होती है. स्वस्थ मन के लिए स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है. कम नींद स्वास्थ्य के लिए अनुचित है.
पीएम मोदी ने बच्चों और खासकर अभिभावकों से कहा कि तुलना हमेशा सकारात्मक होनी चाहिए. अभिभावक कभी भी अपने बच्चे की तुलना किसी और से करने से बचें.जीवन में प्रतियोगिता होनी चाहिए लेकिन यह हेल्दी कॉम्पटीशन होना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों को मस्ती में जीने दीजिए. परीक्षा के दौरान पैरेंट्स अपने बच्चे के साथ सामान्य दिनों की तरह बर्ताव करें. एग्जाम में सबसे बड़ी चैलेंज होती है लिखना. अगर लेखन की शैली को मजबूत कर लिए तो फिर आप एग्जाम में प्रेशर फिल नहीं करेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि इच्छाशक्ति से सफलता हासिल कर सकते हैं. हमें दबाव से निपटने की कला को जल्दबाजी में नहीं, बल्कि धीरे-धीरे लागू करना चाहिए. दबाव संभालना सिर्फ विद्यार्थी का काम नहीं है. इसकी जिम्मेदारी शिक्षकों और अभिभावकों पर भी है.
पीएम मोदी ने कहा कि अक्सर छात्र-छात्राएं दूसरे के सलाह पर निर्भर होते हैं. दुविधा और अनिर्णायकता सबसे बुरी स्थिति है. अपने करियर के लिए निर्णय लेने से पहले सबसे पहलुओं की जांच करनी चाहिए. हम अपने आप को कम नहीं आंकनी चाहिए, जो भी चुने उसके लिए पूरी लगन से जुट जाना चाहिए.
Also Read: Indian Army Vacancy: एनसीसी स्पेशल एंट्री से 56 पदोंं पर भर्ती, इस तरीके से करें अप्लाईपीएम मोदी ने कहा कि पानी कितना भी गहरा क्यों न हो, जो तैरना जानता है वह पार हो ही जाता है. आप जितना अधिक अभ्यास करेंगे, आप उतने ही अधिक आश्वस्त हो जायेंगे. उसी तरह, प्रश्न पत्र कितना भी कठिन क्यों न हो, यदि आपने अच्छी प्रैक्टिस की है, तो आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे. अपना ‘फोकस ऑन यू’ रखें. आप क्या हैं, आप क्या करते हैं और आप क्या अभ्यास करते हैं, यही आपका भविष्य तय करेगा.
Also Read: Pariksha Pe Charcha 2024 LIVE: पीएम मोदी ने कहा- पैरेंट्स को ऐसे दिलाएं विश्वास कि हम कर रहे हैं मेहनतएक विद्यार्थी होने के नाते जरूर सोंचे कि जो आपने अपने पैरेंट्स को कहा है क्या आप उसका पालन कर रहे हैं. यदि ऐसा करते हैं तो उनका आप पर विश्वास बनेगा. इसी प्रकार माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों के साथ खुलापन रखना चाहिए. अच्छे नंबर लाने वाले छात्र पर ही फोकस न करें बल्कि सभी छात्र-छात्रा का आत्मविश्वास बढ़ाएं.
निर्णायक बनने की आदत विकसित करनी चाहिए. किसी को भ्रम में नहीं रहना चाहिए. अगर कोई भ्रम है तो हमें उस पर बात करनी चाहिए, उसे सुलझाना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए. टेंशन नहीं लेना चाहिए.
मोबाइल का इस्तेमाल करें. टेक्नोलॉजी से दूर नहीं भाग सकते, लेकिन उसका सही इस्तेमाल करना चाहिए.मोबाइल स्क्रीन का पासवर्ड परिवार के सभी सदस्य को पता होने चाहिए.पीएम मोदी ने कहा परिवार में कुछ नियम होने चाहिए. खाना खाते समय कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट न प्रयोग करने का नियम बनाएं. घर में नो गैजेट जोन बनाना चाहिए.