PCS Exam Preparation Tips: पीसीएस यानी राज्य सेवा परीक्षा की तैयारी हर साल लाखों लोग करते हैं. यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्यों के छात्रों में प्रोविशियल सिविस सर्विस एक्जाम को लेकर खासा क्रेज देखा जा सकता है. पीसीएस परीक्षा के जरिए एसडीएम और तहसलीदार सहित विभिन्न पदों पर भर्तियां होती हैं. पीसीएस परीक्षा के जरिए जिन पदों पर भर्ती होती है उन पर राज्य सरकार का नियंत्रण होता है. खास बात ये होती है कि राज्य सेवा परीक्षा पास करने वाले लोगों का तबादला उस राज्य से बाहर नहीं होता, जिस राज्य की परीक्षा उन्होंने पास की है. अगर आप नहीं जानते कि पीसीएस परीक्षा निकालने के बाद आप कौन से पद पर अधिकारी बनेंगे या फिर सैलरी से लेकर आयु सीमा सभी डिटेल्स यहां देखें.
इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के पश्चात अभ्यार्थी को विभिन्न उच्च पदों पर जैसे- एसडीएम (SDM), डीएसपी (DSP), एआरटीओ (ARTO), बीडीओ (BDO), जिला अल्पसंख्यक अधिकारी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, असिस्टेंट कमिश्नर व्यापार कर आदि पदों पर नियुक्तियां की जाती है. कुल लगभग 56 से अधिक पद है. रैक के आधार पर पोस्ट निधारित किया जाता है.
पीसीएस के लिए आयु सीमा हर वर्ग के हिसाब से अलग-अलग निर्धारित की गई है. इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अभ्यार्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम 35 से 40 वर्ष होती है, जबकि कुछ आरक्षित वर्ग (SC/ST/PWD) के लिए आयु में छूट निर्धारित की गयी है.
एक पीसीएस अधिकारी को कम से कम 78000 रुपये से लेकर दो लाख 18 हजार रुपये तक सैलरी मिलती है. इसके अलावा रहने के लिए आवास, वाहन और आवश्यकता अनुसार कर्मचारी मिलते हैं. पीसीएस परीक्षा के तीन चरण होते हैं. सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा फिर मुख्य परीक्षा और आखिर में इंटरव्यू होता है.
पीसीएस की परीक्षा काफी कठिन होती है, इसे पास करने के लिए विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत करनी होती है.जो विद्यार्थी पीसीएस की तैयारी करना चाहते हैं, वे निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं, और इन टिप्स को फॉलो करते हुए पीसीएस की अच्छी तैयारी कर सकते हैं –
सिलेबस समझें और सही रणनीति बनाएं
सही स्टडी मैटेरियल चुने
एकाग्रता और नियमित रूप से पढ़ाई करें
परीक्षा में सही सबजेक्ट्स का चुनाव करें
लिखने का भी अभ्यास करें
प्रवियस ईयर पेपर्स सॉलव करें
कॉन्फिडेंट और पॉजिटिव रहें
एक PCS अधिकारी को न्यूनतम 78,800 रूपये से लेकर अधिकतम 2,18,200 रूपये प्रति माह वेतन के रूप में प्राप्त होते है इसके अलावा रहने के लिए भवन, वाहन तथा आवश्यकतानुसार कर्मचारी प्राप्त होते है.पीसीएस परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है. प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार.
सिलेबस को अच्छे से समझ लेने के बाद अब बात आती है कि पढ़ने के लिए सही स्टडी मैटेरियल चुनने की.
पीसीएस परीक्षाओ की तैयारी के लिए आपको बहुत सारी किताबें मिल जाएगी, इसके अलावा आज के समय में ऑनलाइन कोर्सेज (online courses) भी उपलब्ध है जिन्हें आप खरीद सकते हैं और अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर घर बैठ कर पढ़ाई कर सकते हैं.
स्टडी मटेरियल के लिए आप एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं. सही स्टडी मटेरियल चुनना जरूरी है, तभी आप अच्छे से तैयारी कर पाएंगे.
PCS परीक्षा का सिलेबस बहुत बड़ा होने के कारण पूरे साल भर अध्ययन करना पड़ता है.
इसलिए योजना के अनुसार ही चलते हुए पूरे साल अध्ययन करना जरूरी है.
इसमें आपको अखबार, मैगजीन, मासिक पत्रिकाएं आदि नियमित रूप से पढ़ते रहनी होती है.
यूपीएससी की ही तरह पीसीएस की परीक्षा में भी प्रीलिम्स के बाद मेंस में वैकल्पिक विषय का चुनाव करना होता है.
जिस विषय में आपकी रूचि है उसी विषय का चयन करना आपके लिए फायदेमंद रहता है, क्योंकि जाहिर है आप उसमे अधिक नंबर लाएंगे.
मेंस (PCS) में बहुत से कंपलसरी विषय होते हैं, सेलेक्शन के लिए उन सभी की भी बहुत अच्छे से पढ़ाई जरूरी है.
मेंस में सही विषय चुनें, अन्य विषयों की अच्छे से तैयारी करें और आपका सेलेक्शन हो जायेगा.
एक्सपर्ट बताते हैं कि पीसीएस परीक्षा की तैयारी की शुरुआत एनसीईआरटी की किताबों से करनी चाहिए. एनसीईआरटी से आपका बेस मजबूत हो जाएगा. इसमें प्रमाणिक जानकारियां होती हैं. इसके जरिए नोट्स भी बना सकते हैं.
पीसीएस (PCS) की परीक्षा पास करने के लिए इसके सभी विषयों की अच्छे से पढ़ाई के साथ-साथ लिखने का अभ्यास भी जरूरी है, क्योंकि मेंस में सबजेक्टिव आंसर भी लिखने होते हैं.
प्री के बाद मेंस की परीक्षा में आपको बड़े आंसर लिखने होते हैं.
प्रैक्टिस के लिए उम्मीदवार किसी भी टॉपिक पर संक्षेप में लगभग 200-400 शब्दों में लिखने का प्रयास कर सकते हैं.
जितना आप लिखने की कोशिश करोगे उतनी ही आपकी लेखन शैली सुधरेगी और व्याकरण में कम गलती होगी, और आप उतने ही अंक ज्यादा लाएंगे.
प्रवियस ईयर पेपर्स सॉलव करना भी परीक्षा की तैयारी में बहुत मदद करता है.
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से विद्यार्थी को आइडिया होता है, कि परीक्षा में किस तरह से प्रश्न पूछे गए थे और यह भी कि आगे किस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं.
परीक्षा के कुछ समय पहले से प्रवियस ईयर पेपर्स सॉलव करने शुरू कर देने चाहिए.
जनरल नॉलेज के लिए पढ़ें मैगजीन
जनरल नॉलेज और जीएस की तैयारी के लिए प्रतिदिन न्यूजपेपर पढ़ना चाहिए. साथ ही मासिक पत्रिकाएं भी नियमित रूप से मंगा सकते हैं. इससे देश-विदेश की नवीनतम घटनाक्रमों की अच्छी जानकारी मिल जाया करेगी.
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी- BPSC)
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी- UPPSC)
पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी- PPSC)
हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी- HPSC)
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी-UKPSC)
राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी-RPSC)
आंध्र प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीएससी-RPSC)
असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी-APSC)
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी-CGPSC)
गोवा लोक सेवा आयोग गुजरात लोक सेवा आयोग
हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी- HPPSC)
जम्मू एवं कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएससी- JKPSC)
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी- JPSC)
कर्नाटक लोक सेवा आयोग (केपीएससी- KPSC)
केरल लोक सेवा आयोग (केरल पीएससी- Kerala PSC)
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी- MPPSC)
महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी- MPSC)
मणिपुर लोक सेवा आयोग (मणिपुर पीएससी- Manipur PSC)
मेघालय लोक सेवा आयोग (मेघालय पीएससी- Meghalaya PSC)
मिजोरम लोक सेवा आयोग (मिजोरम पीएससी- Odisha Mizoram PSC)
नागालैंड लोक सेवा आयोग (नागालैंड पीएससी- Nagaland PSC)
ओडिशा लोक सेवा आयोग (ओडिशा सिविल सेवा- Odisha Civil Services)
सिक्किम लोक सेवा आयोग (सिक्किम पीएससी-Sikkim PSC)
तमिलनाडु लोक सेवा आयोग (टीएनपीएससी-TNPSC)
तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससीTSPSC)
त्रिपुरा लोक सेवा आयोग (त्रिपुरा सिविल सेवा-Tripura Civil Services)
पश्चिम बंगाल लोक सेवा आयोग
एक आईएएस भारत की अखिल भारतीय सेवा का प्रशासकीय भाग है. यह अधिकारी केंद्र सरकार, राज्य सरकार और सार्वजानिक क्षेत्रों के उपक्रमों में पदस्थापित होते हैं और सरकार के सुचारू रूप से परिचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. आईएएस अधिकारियों की भर्ती संघ लोक सेवा (UPSC) आयोग द्वारा किया जाता है. इस परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभागियों का आवंटन भारत सरकार द्वारा राज्यों को किया जाता है. इस परीक्षा में टॉप मेरिट वाले प्रतिभागियों का ही सिलेक्शन आईएएस के लिए होता है.
मालूम हो कि प्रीलिम्स में पेपर एक सामान्य अध्ययन और पेपर दो सीसैट का होता है, जो क्वालीफाइंग नेचर का होता है. इसमें रीजनिंग व मैथ्स के सवाल पूछे जाते हैं. साथ ही एक भाषा का भी पेपर होता है. इस परीक्षा के पास करने के बाद परीक्षार्थी मेंस की परीक्षा में बैठते हैं. मेंस में विभिन्न विषयों के पेपर और दो ऑप्शनल के पेपर होते हैं. यह चरण पास होने के बाद इंटरव्यू में अभ्यर्थी की पर्सनैलिटी चेक की जाती है. तीन चरणों के बाद एक फाइनल लिस्ट बनाई जाती है, जिसमें परीक्षा में सबसे अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों को आईएएस (IAS) सेवा दी जाती है.
इसके लिए सभी वर्ग के लोग एवं जो किसी भी सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन है व उसका उम्र 21 वर्ष न्युनतम होता है व सभी योग्य होते है, इसके लिये किसी तरह का रूल नही होता है, प्रीलिम्स में दो पेपर होता है एक पेपर जीएस (General Studies) व दूसरा रिजनिंग (Reasoning) होता है जब रीजनिंग में 33% आता है तब जीएस (General Studies) पेपर चेक होता है.
मेन्स का पेपर पीसीएस (PCS) एग्जाम में दूसरा चरण होता है जैसे ही प्रीलिम्स में जीएस (GS) पेपर में कटऑफ क्लियर करते है तब जाकर मेन्स पेपर देते है, मेंस में 7 पेपर होता है, जो कि लगातार 4 दिनों तक चलता है, इसमें एक निबंध, एक लैंग्वेज व 5 GS पेपर होता है.
पीसीएस (PCS) के एग्जाम में यह अंतिम चरण है व कम नंबर को होता है लेकिन इसी पर पूरा रिजल्ट टिका होता है, Mains में अच्छा परफॉर्मेंस होता है तब इंटरवयू में सेलेक्शन होता है एवं राज्य सेवा आयोग पीसीएस (PCS) एग्जाम दिए कैंडिडेट को फ़ोन करके या फिर लेटर के माध्यम से इंटरव्यू के लिए आमंत्रित करता है. जैसे ही इंटरव्यू होता है फिर पीसीएस (PCS) एग्जाम का मैरिट लिस्ट निकलता है.
पीसीएस (PCS) अधिकारी बनने के लिए संबंधित राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से परीक्षा का आयोजन किया जाता है. पीसीएस की परीक्षा संबंधित राज्य भी एक साल में एक बार आयोजित कराते हैं. पीसीएस की भी परीक्षा मई से जून के बीच आयोजित की जाती है. इसका सिलेबस भी कुछ हद तक यूपीएससी सिविल सेवा की तरह होता है. इस परीक्षा के लिए भी संबंधित राज्य के बारे में अलग से पढ़ना पड़ता है.
एक आईएएस का चुनाव यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज की परीक्षा द्वारा होता है, वहीं पीसीएस की भर्ती परीक्षा सभी राज्य के स्तर पर राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सिविल सेवा परीक्षा द्वारा किया जाता है.
आईएएस की भर्ती और सेवा सम्बन्धी मामलों का फैसला केंद्र द्वारा स्थापित केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण द्वारा किया जाता है, वहीं पीसीएस की भर्ती और सेवा सम्बन्धी मामलों का फैसला राज्य प्रशासनिक न्यायाधिकरण करता है.
आईएएस बनने के लिए अनिवार्य परीक्षा सीसैट होती है, वहीं राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सीसैट का पेपर हो भी सकता है और नहीं भी.
यूपीएससी परीक्षा में एक क्वालीफाइंग क्षेत्रीय भाषा का पेपर होता है, वहीं पीसीएस परीक्षा में अनिवार्य रूप से क्षेत्रीय भाषा या सांख्यिकी का एक पेपर होता है.
केंद्र द्वारा आयोजित यूपीएससी की परीक्षा में प्रश्न तथ्यात्मक की तुलना में अवधारणात्मक ज्यादा होते हैं, वहीं पीसीएस में तथ्यात्मक प्रश्नों पर ज्यादा जोर दिया जाता है.
यूपीएससी परीक्षा में चयनित अधिकारियों की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा होती है, वहीं पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति उस राज्य के राजयपाल के द्वारा होती हैं.
सेवा के दौरान आईएएस अधिकारी को बर्खास्त करने का अधिकार केवल केंद्र सरकार का होता है, वहीं पीसीएस को राज्य सरकार निष्कासित कर सकती है.
पूरे देश में एक आईएएस अधिकारी कहीं भी तैनात रहें, उनका वेतन एक सामान होता है और यह कैडर राज्य के द्वारा दिया जाता है. वहीं पीसीएस का वेतन संबंधित राज्य देता है.
वहीं पदोन्नत की बात करें तो एक आईएएस अधिकारी एसडीएम से अपना करियर शुरू कर राज्य व केंद्र के मुख्य सचिव के पद तक जा सकता है. वहीं पीसीएस अधिकारी पदोन्नति होकर आईएएस कैडर पा सकता है और राज्य में सचिव पद तक जा सकता है.
आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर अपने स्टेट काडर से अलग पूरे देश में भी कहीं पर हो सकती है, लेकिन पीसीएस अधिकारियों का तबादला अपने राज्य से बाहर नहीं होता.
एक आईएएस अधिकारी की सैलरी और पेंशन उसके संबंधित काडर द्वारा दिया जाता है, वहीं पीसीएस अधिकारियों की सैलरी और पेंशन की व्यवस्था उनकी राज्य की सरकार करती है.