कानपुर. विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में ‘गमला प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया. स्कूल ऑफ एडवांस एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के द्वारा हुए इस आयोजन में विश्वविद्यालय के समस्त विभागों ने प्रतिभाग किया. विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपने-अपने विभाग की तरफ से सुंदर शोभाकारी एवं औषधीय पौधों का प्रदर्शन इस अवसर पर किया. छात्र छात्राओं ने सुंदर आकर्षक गमलों के साथ पौधों को अपने पास रख कर प्रकृति से जुड़े रहने का संदेश दिया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी के साथ संपूर्ण प्रदर्शनी का अवलोकन किया. इसके साथ ही विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों की रचनात्मकता की सराहना की.
प्रतियोगिता में स्कूल ऑफ आर्ट ह्यूमैनिटी एंड सोशल वर्क ने प्रथम, स्कूल ऑफ एडवांस एग्रीकल्चर साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी तथा स्कूल ऑफ टीचर एजुकेशन ने द्वितीय तथा स्कूल ऑफ लैंग्वेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट को सांत्वना पुरस्कार दिया गया. यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. नीरज सिंह के मार्गदर्शन में तथा उद्यान प्रभारी डॉ हिमांशु त्रिवेदी के संयोजन में संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष निदेशक छात्र-छात्राएं तथा शिक्षक उपस्थित रहे. गमला प्रतियोगिता में प्रोफेसर विवेक कुमार त्रिपाठी विभागाध्यक्ष, उद्यान विज्ञान विभाग,सीएसए एवं प्रोफेसर एचएस शुक्ला ने निर्णायक के रूप में विभिन्न वैज्ञानिक आधारों पर गमलों का मूल्यांकन किया.
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय परिसर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रमों में छात्रों ने मिशन लाइफ के तहत पर्यावरण को स्वच्छक और जीवनोपयोगी बनाने के लिए संकल्प लिया. वहीं जगह-जगह परिसर में पौधरोपण भी किया गया. पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली ‘मिशन लाइफ’ के अंतर्गत जन सहभागिता एवं संवेदीकरण को बढ़ानें के जागरूकता कार्यक्रम, पोस्टर प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर स्थित समस्त स्कूलों और विभागों में एक व्यापक मिशन लाइफ शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कुलपति विनय पाठक ने छात्रों को प्रातः काल अमृत सरोवर पर पर्यावरण को बचाने के लिए दैनिक जीवन में हर संभव बदलाव लाने का शपथ दिलाया. साथ ही परिवार और समाज के लोगों को पर्यावरण के अनुकूल आदतों और व्यवहारों के अनुकूल प्रेरित करने और जागरूकता लाने का भी संकल्प दिलाया.