25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

प्रभात खबर इंपैक्ट: चुआड़ी का पानी पीने को मजबूर थे आदिम जनजाति कोरवा समुदाय के लोग, अब पी रहे चापानल से पानी

गढ़वा के भंडरिया प्रखंड के हरता गांव के परेवाटांड़ टोले के 20 घरों में रहने वाले आदिम जनजाति कोरवा समुदाय के करीब 100 लोग इस बरसात में भी नाले में चुआड़ी खोदकर पानी पी रहे थे. इससे संबंधित खबर प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद बीडीओ ने संज्ञान लेकर मामले पर तत्काल कार्रवाई की.

रमकंडा (गढ़वा), मुकेश तिवारी: प्रभात खबर में 12 सितंबर के अंक में प्रकाशित खबर नाले में चुआड़ी खोदकर पानी पीने की मजबूरी शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद भंडरिया बीडीओ विपिन कुमार भारती ने खबर छपते ही प्राथमिकता के साथ मामले को संज्ञान में लेकर परेवाटांड़ टोले में चापानल की मरम्मत करा दी. मरम्मत के बाद इस टोले के लोगों को टोले में लगा चापानल से पानी मिलने लगा. ग्रामीणों ने बताया कि फिलहाल चापानल से उन्हें पानी मिलने से अब चुआड़ी से पानी लाना नहीं पड़ेगा.

https://www.youtube.com/@PrabhatKhabartv/videos

बीडीओ विपिन कुमार भारती ने गंभीरता के साथ काम करते हुए जलमीनार की खराब पड़ी मोटर की मरम्मत के लिए गढ़वा भिजवाया. पंचायत सचिव को टोले में सड़क निर्माण संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. बीडीओ ने बताया कि चापानल की मरम्मत कराकर फिलहाल पेयजल व्यवस्था करा दिया गया है. मोटर की मरम्मत के बाद जलमीनार से भी लोगों को पानी मिलने लगेगा.

Also Read: रांची: वाहन जांच की हकीकत जानने सड़क पर निकले पुलिस कप्तान, चार थाना प्रभारियों को शोकॉज, ये होंगे पुरस्कृत

उल्लेखनीय है कि भंडरिया प्रखंड के हरता गांव के परेवाटांड़ टोले के 20 घरों में रहने वाले आदिम जनजाति कोरवा समुदाय के करीब 100 लोग इस बरसात में भी नाले में चुआड़ी खोदकर पानी पी रहे थे. इससे संबंधित खबर प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद बीडीओ ने संज्ञान लेकर मामले पर तत्काल कार्रवाई की. इससे यहां के आदिम जनजातियों को अब पानी की समस्या से निजात मिल गयी.

Also Read: रांची लोकसभा प्रभारी बनाए गए सुबोधकांत सहाय, संयोजक अनादि ब्रह्म व केशव महतो कमलेश, कांग्रेस ने जारी की लिस्ट

आदिम जनजाति के करीब 20 घरों में रहने वाले कोरवा समुदाय के करीब 100 लोग इस बरसात में भी नाले में चुआड़ी खोदकर पानी पीने को विवश थे. प्रशासनिक उदासीनता व भौगोलिक रूप से कठिनाई भरे रास्तों के बीच भंडरिया प्रखंड के हरता गांव के परेवाटांड़ टोले में बसे इन आदिम जनजाति परिवार मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. स्थिति ऐसी है कि इन परिवारों को पिछले छह महीने से पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा था.

Also Read: झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स चुनाव: 24 उम्मीदवारों के साथ किशोर मंत्री ने रांची के चैंबर भवन में किया नामांकन दाखिल

ग्रामीण उर्मिला देवी, सरिता देवी, अनिता देवी, अनिता देवी, आशा देवी, मालती कुंवर, बरती देवी, राजू कोरवा, विजय कोरवा सहित अन्य ग्रामीण बताते हैं कि टोले में पेयजल के लिये जलमीनार लगा है, लेकिन उसका मोटर खराब होने के कारण जलमीनार बंद है. वहीं, चापानल भी बेकार पड़ा है. बताया गया कि जलमीनार की मरम्मत के लिये छह माह पहले से पंचायत सचिव, मुखिया व प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर मरम्मत कराने के लिये अनुरोध किया गया, लेकिन आज तक इसकी मरम्मत नहीं करायी गयी. बीडीओ ने खबर पर संज्ञान लिया और मरम्मत करा दी गयी.

Also Read: झारखंड: 2024 के चुनावों में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर क्या बोले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार?

ग्रामीणों ने बताया कि मरम्मत नहीं होने के कारण उन्हें एक किमी दूर परेवा नदी के समीप बहने वाले नाले में चुआड़ी खोदकर पानी निकालना पड़ता है और उसी पानी को पीना पड़ रहा है. अब उन्हें राहत मिल गयी है. उन्होंने बताया कि इस टोले में सड़क नहीं है. बरसात में स्थिति बदतर हो जाती है. सड़क को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन भी दिया, लेकिन अब तक सड़क निर्माण नहीं हो पाया. हालांकि, राशन व पेंशन की सुविधा यहां के लोगों को मिलती है.

Also Read: संकल्प यात्रा: बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर साधा निशाना, बोले-2024 के चुनाव में बीजेपी को जिताएं

ग्रामीण राजू कोरवा बताते हैं कि इस टोले में बसे लोगों को मूलभूत सुविधाओं से जोड़ने के प्रति स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी भी गंभीर नहीं हैं. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले भी जलमीनार मरम्मत के लिये प्रखंड कार्यालय में लिखित शिकायत की गयी. इसके पहले पंचायत सचिव से भी अनुरोध किया गया. दो चार दिनों में मरम्मत का आश्वासन भी मिला, लेकिन अब तक इसकी मरम्मत नहीं हुई. उन्होंने कहा कि शिकायत करते-करते थक गया हूं. लगता है अब इसकी मरम्मत नहीं होगी. टोले के लोगों को चुआड़ी से ही पानी पीना पड़ेगा. बीडीओ की गंभीरता से अब उन्हें चापानल से पानी मिल रहा है.

Also Read: बैंक वाली दीदी: झारखंड में घर बैठे बैंकिंग सेवाएं दे रहीं बीसी सखियां, बैंकों का चक्कर लगाने से मिली मुक्ति

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें