बड़कागांव (संजय सागर) : हजारीबाग जिला के बड़कागांव में रोजगार देने व प्रदूषण रोकने की मांग पर ग्रामीण और रैयत अड़ गये हैं. फलस्वरूप बड़कागांव के चेपाकला स्थित दलंडी में शनिवार (4 जुलाई, 2020) को ग्रामीणों एवं भू-रैयतों ने लगातार दूसरे दिन रोड को जाम किया. इसकी वजह से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह ठप रही. कोयला लदे सैकड़ों हाइवा एवं ट्रक सड़क पर ही खड़े रहे.
प्रशासन की पहल पर दोपहर 1:00 बजे से 3:00 बजे तक सड़क से लोग हटे और तब जाकर कोयले की ढुलाई शुरू हो पायी. लेकिन, स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद के पहुंचने पर ग्रामीणों ने फिर से सड़क जाम कर दी. समाचार लिखे जाने तक त्रिवेणी सैनिक कंपनी के रंजीत कुमार ग्रामीणों के साथ वार्ता कर रहे थे. सड़क जाम के दौरान ग्रामीणों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया.
भू-रैयतों एवं ग्रामीणों का कहना है कि जिस सोच के साथ उन्होंने कंपनी को अपनी जमीन दी थी, अब वह पूरा होता नहीं दिख रहा है. कंपनी ने उन्हें रोजगार देने का आश्वासन दिया था, लेकिन इस वादे से कंपनी मुकर गयी. अब तक लोगों को रोजगार नहीं मिला. इस संबंध में कंपनी से लेकर उपायुक्त तक को आवेदन दिया गया, लेकिन किसी ने भू-रैयतों और ग्रामीणों की गुहार नहीं सुनी. तब बाध्य होकर 3 जुलाई से सड़क जाम करना पड़ा.
शुक्रवार (3 जुलाई, 2020) को एसडीपीओ भूपेंद्र रावत, सीओ वैभव कुमार सिंह एवं थाना प्रभारी ललित कुमार ने 22 जुलाई को वार्ता की शर्त पर सड़क जाम हटाने के लिए लोगों को तैयार कर लिया था. लेकिन, अपराह्न 3:00 बजे विधायक अंबा प्रसाद के पहुंचने पर ग्रामीण पुनः सड़क जाम करके बैठ गये. इसके साथ ही आंदोलन ने तूल पकड़ लिया. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सभी लोगों को नौकरी एवं प्रदूषण पर नियंत्रण की पहल नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा.
Posted By : Mithilesh Jha