पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी बुधवार को आदिवासी दिवस के मौके पर पिंगबनी में बैठक कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कुर्मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष राजेश महतो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राजेश महतो ममता के हाथों बिक गए हैं. इसके अलावा उन्होंने कुर्मी समुदाय और जकात माझी परगना के लोगों को भी ‘सावधान’ किया है.उनका कहना है कि उनके नेता ममता के साथ सुर मिलाने में लगे हुए जो कि बाकी लोगों के लिये खतरनाक हो सकता है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करीब 50 किमी दूर झाड़ग्राम स्टेडियम में मौजूद थीं. शुभेंदु ने कलकत्ता हाईकोर्ट से अनुमति लेकर मंगलवार को बैठक कर रहे हैं. विपक्षी नेता ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अकेले ही बैठक करेंगी उनकी सभा में कोई शामिल नहीं होगा . उन्हें लगता है कि पश्चिम बंगाल उनका है यह गलतफेहमी जल्द ही दूर हो जाएगी.
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शुभेंदु अधिकारी ने सीधे तौर पर कुर्मी नेता राजेश महतो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राजेश उन कुर्मी कार्यकर्ताओं में शामिल थे जिन्हें तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के काफिले पर हमले और मंत्री बीरबाहा हांसदा की कार में तोड़फोड़ के मामले में गिरफ्तार किया गया था. वह फिलहाल जमानत पर बाहर हैं.
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भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजेश को अपराधी कहा था. अब उस राजेश के साथ ही फोटो में नजर आ रही हैं. राजेश महतो को खरीद लिया गया है. वहीं मुख्यमंत्री से मुलाकात पर राजेश ने कहा, हमने कई मुद्दों पर चर्चा की. पंचायत चुनावों में पश्चिम मेदिनीपुर और झाड़ग्राम के कई बूथों पर कुर्मी समुदाय के प्रतिनिधियों ने स्वतंत्र उम्मीदवारों के रूप में जीत हासिल की. क्या वे जमीनी स्तर का समर्थन कर रहे हैं? राजेश ने कहा, कुर्मी निर्दलीय उम्मीदवार किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करेंगे. अगर राजनीतिक दलों में उदारता है तो वे कुर्मी उम्मीदवारों का समर्थन करें.
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भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर लाखों फर्जी एससी और एसटी सर्टिफिकेट बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने शिकायत की कि सत्ता पक्ष ने आरक्षण के तहत कई लोगों को नौकरी दी है. शिक्षक भर्ती मामलों में युवा वर्ग काे नौकरी नहीं दी जा रही है. कई मंत्री व विधायक शिक्षा भर्ती मामलों में फंसे हुए है. करोड़ों की धांधली की जा रही है और ममता बनर्जी भाजपा को हटाने की बात कह रही है.