सासाराम के बाइक चालक परेशान हैं. अगर हेलमेट नहीं पहनते हैं, तो सड़क पर पुलिस 500 रुपये जुर्माना वसूलती है. जब हेलमेट पहन कर रेलवे स्टेशन जाते हैं, तो बाइक की रकम के अतिरिक्त हेलमेट का पांच रुपये बतौर टैक्स बाइक स्टैंड के संचालक वसूलते हैं. यह गोरख धंधा वर्षों से चल रहा है. बाइक चालक परेशान हैं, जिन्हें प्रतिदिन नौकरी या व्यापार के लिए ट्रेन से आना-जाना होता है. वे स्टेशन परिसर के बाइक स्टैंड का उपयोग करते हैं, तो उन्हें हेलमेट की अतिरिक्त रकम देनी पड़ती है, जो बहुत अखरता है.
आरटीआइ कार्यकर्ता रविकेश उपाध्याय को रेलवे ने जो सूचना दी है, उसके अनुसार पार्किंग में छह घंटे बाइक खड़ी करने का 10 रुपये और छह से अधिक 24 घंटे तक का 15 रुपये पार्किंग चार्ज देना है. पर, यहां मामला इससे उलट है. पार्किंग में लगे बोर्ड के अनुसार छह घंटे का 10 रुपये और छह से अधिक समय का 20 रुपये. पूछे जाने पर कर्मचारी कहते हैं कि पांच रुपये हेलमेट का चार्ज लिया जाता है, जबकि ऐसे किसी नियम की जानकारी रेलवे ने नहीं दी है. बड़ी बात यह कि रेलवे के कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर (सीटीआइ) निलेंदू कुमार अपने पास रेलवे के टैक्स चार्ट फोल्डर नहीं रखते. तभी तो वे कहते हैं कि मुगलसराय से टैक्स का चार्ट फोल्डर मंगाने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. सीटीआइ का जवाब टालने वाला है, क्योंकि उनका कार्य ही रेलवे परिसर में वसूले जाने वाले टैक्स की बाबत जानकारी देना और रखना है. हालांकि, सीटीआइ इतना जरूर कहते हैं कि यदि किसी व्यक्ति से बाइक व कार पार्किंग में अधिक पैसे की उगाही हो रही है, तो वे 139 पर कॉल कर शिकायत कर सकते हैं.
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अभिनाश पाठक : हम परेशान हैं. पार्किंग में 24 घंटे का 20 रुपये का टिकट दिया जा रहा है. कहने पर वेंडर के कर्मचारी कहते हैं कि रेलवे से निर्धारित रकम ली जा रही है. इसकी शिकायत डीडीयू रेलमंडल के डीआरएम की गयी थी. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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राजन कुमार : बाइक के साथ हेलमेट नहीं पहने पर प्रशासन जुर्माना लगाता है. रेलवे स्टेशन के पार्किंग में बाइक खड़ी करने पर पांच रुपये अतिरिक्त लगता है. हम क्या करें, हेलमेट कहां रखें? पार्किंग में हेलमेट का शुल्क क्यों लगता है? रेलवे के अधिकारी नहीं बताते.
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सीबू कुमार : सासाराम स्टेशन के बाइक पार्किग में वेंडर ने बोर्ड लगाया है, उस पर छह घंटे से अधिक समय का 20 रुपये स्पष्ट अक्षरों में लिखा है. इसके विरुद्ध रेल प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए. यह अवैध है. काफी दिनों से यह कार्य हो रहा है. यह जनता से लूट का मामला बनता है.
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अगस्तया भारद्वाज : स्टेशन पार्किंग की अवैध वसूली की जांच होनी चाहिए. नियम की बात करने पर वेंडर के गुर्गे बदसलूकी करने पर उतर जाते हैं. मैंने कई बार पार्किंग के बोर्ड पर अंकित अधिकारियों के मोबाइल पर शिकायत की है. लेकिन, हमारी कोई सुनता ही नहीं.