यूपी : अलीगढ़ में प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगा है. आगरा रोड स्थित शेखर सराफ मेमोरियल हॉस्पिटल में एक मासूम बच्चे की जान चली गई. परिजनों ने डॉक्टर के समय पर पहुंचकर इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है. पीड़ित परिवार ने घटना के बाद अस्पताल में हंगामा किया और संबंधित अस्पताल और डॉक्टर के खिलाफ सीएमओ और थाना सासनी गेट में शिकायत की है.
आगरा रोड स्थित शहर का प्रतिष्ठित अस्पताल शेखर सराफ हॉस्पिटल में जितेंद्र कुमार ने अपने एक माह के बच्चे को 31 मई को अस्पताल में भर्ती कराया था. जिसका इलाज पीडियाट्रिक डॉक्टर संजीव कुमार कर रहे थे. बच्चे का स्वास्थ्य पहले काफी हद तक ठीक हो चुका था. वहीं डॉक्टर संजीव कुमार ने बिना जांच के बच्चे को 7 जून को छुट्टी करने को कह दिया.
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अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 5 घंटे बाद बच्चे को दोबारा शेखर शर्राफ हॉस्पिटल में दोबारा भर्ती कराया गया. 9 तारीख को डॉक्टर संजीव ने फिर से छुट्टी करने को कह दिया. वहीं लापरवाह स्टाफ और डॉक्टर की वजह से एक माह के बच्चे की जान चली गई. शुक्रवार देर रात बताया गया कि आपके बच्चे की सांस नहीं चल रही है. डॉक्टर के आने का समय रात 10:00 बजे था, जो 11:30 बजे हॉस्पिटल में आते हैं. परिजनों का आरोप है कि सही समय पर मासूम बच्चे को इलाज नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई.
मृतक के पिता जितेंद्र कुमार ने बताया कि दोपहर को बच्चे की तबीयत सही थी और डॉक्टर ने शाम को घर भेजने की बात कही थी. शाम को 8 बजे बुलाया तो बच्चे की सांसे थम गई थी. पाइप से ऑक्सीजन दे रहे थे और परिजनों को बाहर भेजकर वेंटिलेटर पर लगा दिया. वहीं अस्पताल स्टाफ ने बताया कि डॉक्टर 15 मिनट में आ रहे हैं. डॉक्टर का इंतजार करते-करते रात 11:30 बज गया. पीड़ित परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. समय से मरीजों को नहीं देखते हैं. परिजनों को भी मरीज से मिलने नहीं दिया जाता. मरीज से पहले पैसे जमा करा लिए जाते हैं . शाम को 6 बजे के बाद कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं होता है. परिजनों ने बताया कि केवल हाई, स्कूल इंटर पास नर्स होती है. जो बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं. पीड़ित परिवार से अस्पताल की खामियों को उजागर करने से मना किया गया. वहीं पीड़ित परिवार ने अस्पताल और डॉक्टर के खिलाफ सीएमओ और थाना सासनी गेट में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
रिपोर्टः आलोक अलीगढ़