Meerut : मेरठ में नाटकीय तरीके से बदमाशों ने एक सर्राफा व्यापारी को लूट का शिकार बनाया है. मेट्रो प्लाजा के पास बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस इंस्पेक्टर बनकर रोडवेज बस में चेकिंग के बहाने सर्राफा व्यापारी से सवा दो लाख रुपये का जेवर व नकदी पर हाथ साफ कर दिया. सर्राफा व्यापारी को जब शक हुआ तो बैग चैक किया. बैग में रखे जेवर व रुपये गायब थे. जिसके बाद व्यापारी ने देहली गेट थाने में सूचना दी, पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आसपास लगे सीसीटीवी खंगालना शुरू कर दिया.
बड़ौत निवासी सर्राफा व्यापारी राजकुमार वर्मा मेरठ के शहर सर्राफा बाजार में शनिवार सुबह सोना खरीदने आए थे. वह बड़ौत जाने के लिए दोपहर में करीब ढ़ाई बजे मेट्रो प्लाजा के पास रोडवेज बस में सवार हुए. इसी बीच बाइक सवार दो युवकों ने मेट्रो प्लाजा के सामने बस रुकवा ली. एक लंबे कद का युवक रोडवेज बस में चढ़ा और खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर लोगों की चेकिंग शुरू कर दी. व्यापारी से कहने लगा कि हम आवाज दे रहे हैं. सुन क्यों नहीं रहे हो. हमें आपकी चेकिंग करनी है.
व्यापारी का कहना है कि इस दौरान आरोपी ने अपना पुलिस का कार्ड भी उन्हें दिखाया. जिसके बाद व्यापारी बस से नीचे उतर गए और आरोपी उनके बैग को चेक करने लगे बैग में सौ-सौ की नोटों को देखकर आरोपी बोले कि हमें आपके रुपए व सामान से कोई मतलब नहीं है. व्यापारी का आरोप है कि इस दौरान आरोपी का एक साथी पहले से ही नीचे खड़ा था.
आरोपी बैग चेक करने के बाद घटनास्थल से बाइक पर सवार होकर दिल्ली रोड की तरफ फरार हो गए. थोड़ी देर में शक होने पर सर्राफा व्यापारी ने बैग चेक किया तो उसमें रखे सोना व हजारों रुपये गायब थे. उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने आसपास सीसीटीवी खंगाले, लेकिन आरोपियों को पकड़ नहीं पाई.
वही, बड़ौत के सर्राफा व्यापारी के साथ सोना लूटने की घटना के बाद मेरठ बुलियन ट्रेडर्स के महामंत्री विजय आनंद का कहना है कि यह घटना वाकई सबको डराने वाला है, स्वर्ण नगरी मेरठ में ईरानी गिरोह की दस्तक हो गई है. यह सोना भी उन्होंने पुलिस बनकर लूटा है. उन्होंने जल्द इस वारदात की खुलासे की मांग की है. इससे पहले भी शहर में अन्य जिलों से आए सर्राफा व्यापारी के साथ ईरानी गैंग के सदस्य पुलिस कर्मी बताकर उनके साथ लूट कर चुके हैं.
22 जनवरी 2020 में तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने इरानी गैंग के सदस्य पिता निसार व उसके बेटे आफरीदी को गिरफ्तार करके कई लूट की घटनाओं का खुलासा किया था. उनके पास से दरोगा की वर्दी भी मिली थी. पुलिस से पूछताछ में इन दोनों ने बताया था कि इनकी पुश्तें मूलरूप से ईरान की हैं. मध्यप्रदेश, यूपी के फर्रुखाबाद और जौनपुर में ईरानियों के डेरे है. दिन भर ये पिता-पुत्र अपनी मोटरसाइकिल से रेकी करते थे और पुलिस बनकर लूट लेते थे.