नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), राउरकेला में गैर-शिक्षण जूनियर असिस्टेंट पद पर बहाली के लिए चल रही परीक्षा में चार परीक्षार्थी फर्जी पाए गए हैं. सभी चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार चार आरोपियों में से दो हरियाणा के हिसार और दो जींद के रहने वाले हैं. चारों दूसरे परीक्षार्थी के लिए परीक्षा देने पहुंचे थे. एनआईटी रजिस्ट्रार की शिकायत पर सेक्टर-3 पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया. इनके पास से मोबाइल फोन, ईयरफोन, ब्लूटूथ, बैंडेज, माइक्रोफोन, कैमरा आदि बरामद हुआ है. पुलिस मामला दर्ज कर तफ्तीश में जुटी है.
ई-एडमिट कार्ड की जांच से पकड़ाये
परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों के ई-एडमिट कार्ड की जांच में इसका पता चला. पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ. फिंगर प्रिंट लेकर इनकी बायोमैट्रिक जांच की गयी. तब पता चला कि चारों दूसरे परीक्षार्थियों के नाम से परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे. लिहाजा, इन्हें परीक्षा देने से रोक दिया गया और पुलिस को इसकी सूचना दी गयी.
एनआईटी में पहली बार हुई ऐसी घटना
देश-दुनिया में अपने एकेडमिक श्रेष्ठता के लिए चर्चित एनआईटी राउरकेला में इस तरह की यह पहली घटना बतायी जा रही है. घटना के बाद से एनआईटी प्रबंधन ने सुरक्षा के और कड़े इंतजाम कर दिये हैं. मौजूदा परीक्षा में 1307 परीक्षार्थी शामिल हैं. 16 अगस्त से 27 अगस्त तक परीक्षा चलेगी. अब परीक्षार्थियों की और कड़ाई से जांच की जा रही है.
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इन लोगों की हुई गिरफ्तारी
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गौरव चौहान- हिसार
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पुनीत सिंह- हिसार
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मनीष कुमार- जींद
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सुनील कुमार- जींद
इन छात्रों के लिए परीक्षा देने आये थे
जांच में पता चला है कि तुषार के लिए पुनीत सिंह, सूरज खगवाल के लिए गौरव चौहान, दीपक के लिए सुनील कुमार और दीपक मल्लिक के लिए मनीष कुमार परीक्षा देने आये थे. वहीं, डीएसपी पुष्पांजलि निंगी ने कहा है कि हमें एनआईटी के रजिस्ट्रार डॉ रोहन धीमान से लिखित शिकायत मिली, जिसके बाद चारों को गिरफ्तार किया गया है.