बरेली : रविवार को शहर के बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा के गुसाई गोटिया रिलायंस टावर के पास कांवड़ियों के जुलूस के दौरान बवाल कराने वालों तक पुलिस पहुंच गई है. पुलिस का कहना है कि दोनों तरफ से पथराव हुआ था. कोई घायल नहीं हुआ. इस बवाल के पीछे नगर निगम चुनाव की साजिश बताई जा रही है. पार्षद पद का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के बीच वर्चस्व की जंग काफी समय से थी, लेकिन बताया जाता है कि कांवड़ के दौरान पार्षद पद के दावेदारों ने एक- दूसरे से बदला लेने के लिए यह बवाल कराया था. पुलिस ने सोमवार को पूर्व पार्षद उसमान अल्वी समेत कई को जेल भेज दिया है.इसके साथ ही 100 से 150 अज्ञात लोगों पर मुकदमा हुआ है. मगर, यह मुकदमा वार्ड पार्षद के पुत्र की तरफ से कायम हुआ है.
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो पूर्व पार्षद उसमान अल्वी वार्ड 33 बनखंडी नाथ मंदिर से एक बार, और उनकी पत्नी दो बार पार्षद रह चुके हैं. उसमान अल्वी ने कुछ महीने पहले नगर निकाय चुनाव में सपा के टिकट पर इसी वार्ड से चुनाव लड़ा था, लेकिन काफी कम अंतर से चुनाव हार गए थे. बनखंडी नाथ, और जोगी नवादा के पार्षद, और पूर्व पार्षद में काफी समय से सियासी जंग चल रही थी.बताया जाता है कि इसी रंजिश के चलते रविवार को बवाल कराया गया था.इसमें पार्षद के पुत्र की तरफ से मुकदमा हुआ, और पर्व पार्षद समेत कई लोगों को जेल भेज दिया गया है.
सोमवार को बवाल का एक और वीडियो वायरल हुआ है. इसमें कांवड़ का जुलूस निकल रहा है.जुलूस में काफी भीड़ है, इसमें डीजे बज रहा है, लेकिन कांवड़ जुलूस में शामिल कुछ लोग मस्जिद के पास रंग उड़ा रहे हैं.मस्जिद के पास मुस्लिम भी खड़े हैं.पुलिस रंग न उड़ाने की बात कह रही है.बार-बार पुलिस वीडियो बनाने की बात कह रही है.इसी भीड़ में से किसी ने चप्पल या कोई चीज फेंकी.इसके बाद चीख पुकार मच गई.कुछ ही देर में जुलूस में शामिल महिला, बच्चे, लोग हट गए.पुलिस ने मस्जिद का गेट बंद कर दिया.मगर, इसके बाद दूसरे वीडियो में एक खुराफाती गली में पत्थर फेंक रहा है.उसने एक समुदाय की तरफ आ पथराव को लेकर चीफ पुकार की. इसके बाद भीड़ एकत्र हो गई.वीडियो में इंस्पेक्टर सबारादरी अभिषेक सिंह भीड़ को पथराव से रोकने की काफी कोशिश कर रहे हैं. मगर, वह नहीं मान रहे हैं, दूसरी तरफ से कोई पथराव नहीं हो रहा है.जुलूस में शामिल कुछ लोग लगातार एक समुदाय के घरों पर पथराव कर रहे हैं.यह दोनों वीडियो काफी वायरल हो रहे हैं.
कांवड़ियों का आरोप है कि जुलूस निकल रहा था. मस्जिद के पास एक समुदाय विशेष ने पथराव कर दिया. इससे ही माहौल खराब हुआ था, जबकि एक समुदाय विशेष का आरोप है कि कुछ वर्ष पूर्व बारादरी थाने के एक इंस्पेक्टर ने प्रमुख लोगों की मौजूदगी में एक लिखित समझौते के तहत 10-10 लोगों का कावड़ जुलूस निकालने का लिखित में फैसला हुआ था.मगर, एक साथ हजारों लोगों के साथ जुलूस निकाला जा रहा था. यह भीड़ मस्जिद के पास आकर मस्जिद पर रंग फेंकने लगी.पुलिस ने मना किया, लेकिन वह नहीं माने.हमारी तरफ से कोई भी पथराव नहीं हुआ है. इसके वीडियो में साक्ष्य मौजूद हैं. जुलूस में शामिल ही लोगों ने पथराव किया. यह वीडियो भी वायरल हो रहा है.सीसीटीवी, और वीडियो के आधार पर किसकी गलती है,यह देखा जा सकता है. यह बवाल प्लानिंग के तहत कराया गया था.
पूर्व पार्षद उस्मान, और साजिद से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया.जेल जाने से पहले जिला अस्पताल में उस्मान ने मीडिया को बताया कि यह राजनीतिक लड़ाई है. डॉ. बनवारी लाल वार्ड 48 से सभासद है. उनके खिलाफ अंशू ने चुनाव लड़ा था. वह कांवड़ लेकर निकल रहे थे, पीछे अंशू के आदमी शामिल हो गए.इन लोगों ने बवाल करवा दिया.इस मामले में पुलिस अब तक आधा दर्जन आरोपियों को हिरासत में ले चुकी है.पुलिस की जांच में भी पूरा बवाल एक सोची समझी साजिश के तहत हुआ है. इस को लेकर गहनता से जांच की जा रही है.
शहर के जोगीनवादा में हुए बवाल के बाद सपा के पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी, और दूसरे पक्ष पर कार्रवाई न होने को लेकर सोमवार को सपा नेता एसएसपी प्रभाकर चौधरी दोपहर से मिलने की कोशिश में थे.मगर, मुलाकात नहीं हुई.उन्होंने एसएसपी से फोन पर संपर्क किया, तो उन्होंने सपा नेताओं को एसपी क्राइम से मिलने की बात कही.महानगर अध्यक्ष शमीम सुल्तानी ने बताया कि रविवार को एसएसपी से मिलने का समय लिया था. उन्होंने ही सुबह नौ बजे का समय दिया.इसके बाद महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, जिला अध्यक्ष शिव चरण कश्यप, आरिफ कुरैशी, राजेश अग्रवाल और पार्षद उस्मान अल्वी की पत्नी के साथ ही बवाल में घायल हुए लोगों ने एसपी क्राइम मुकेश प्रताप सिंह से मुलाकात की.इसके साथ ही आईएमसी के पदाधिकारी मंगलवार को प्रशासन, और पुलिस अफसोस मुलाकात कर निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग करेंगे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद