झारखंड में दिन की शुरूआत आम ही हुई थी. इसी बीच एक खबर ने झारखंड के इस आम दिन को पूरी तरह बदल कर रख दिया. खबर थी शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन की. घटना सुबह 6:30 की है. लेकिन झारखंड में खबर आते-आते लगभग 9 बज गए. जगरनाथ महतो के पुत्र से पिता के निधन की सूचना मिली. इसके बाद शुरू हुआ राजनेताओं का ट्विट पर शोक प्रकट करने का सिलसिला. क्या भाजपा, क्या कांग्रेस के नेता हर कोई इस खबर के साथ गम में डूब जाता है. दूसरी तरफ खबर का पीछा करते हुए मीडिया भी जगरनाथ महतो के डोरंडा स्थित आवास जा पहुंची.
जगरनाथ महतो के आवास पर नहीं बची थी पहले वाली रौनक
इतनी बड़ी खबर के बीच गुलजार रहने वाला जगरनाथ महतो के आवास में पूरी तरह सन्नाटा था. ये वही आवास है जहां प्रतिदिन प्रशंसकों की भीड़ किसी न किसी फरियाद के साथ लगी रहती थी. हालांकि प्रशंसक आवास में आज भी थे. लेकिन पहले वाली रौकन नहीं थी. इसबार सभी के चेहरे पर अजीब सी उदासी थी. जगरनाथ महतो के आवास पर अब भी एम्बुलेंस तैनात था, वही एम्बुलेंस जो शिक्षा मंत्री के काफिले के साथ हमेशा रहता था. वहीं, कोरोना से संक्रमित होने के बाद से आज तक उनके आवास पर बिना मास्क के प्रयोग पर निषेध था. लेकिन अब इस मनाहि का कोई मोल नहीं. आज आम लोगों और नेताओं से कहीं अधिक आवास पर मीडिया कर्मियों की भीड़ थी. इस बीच अब भी जगरनाथ महतो के प्रशंसक आवास पर डटे थे. कोई विधानसभा क्षेत्र डुमरी से था, तो कोई आज भी फरियाद के साथ ही आया था.
सीएम आवास से लेकर विधायको के आवास तक पसरा है सन्नाटा
जगरनाथ महतो के विधानासभा क्षेत्र डुमरी से आए सद्दाब बताते हैं कि ये आवास पूरा बदला लग रहा है. जगरनाथ दादा यहीं सामने कुर्सी पर बैठे रहते थे. उनके आस-पास लोगों की भीड़ जुटी रहती थी. लेकिन इस भीड़ के बीच भी जगरनाथ दादा सभी को उनके नाम से पहचानते और पुकारते थे. यही उनकी खासियत थी. अपनी इसी खासियत के साथ वह अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों के दिलों पर राज करते थे. उनके क्षेत्र में कोई भी नेता आगे जगरनाथ दादा की कमी पूरा नहीं कर सकता है. यही आलम पूरी रांची का है. सीएम आवास से लेकर विधायको के आवास तक में सन्नाटा पसरा हुआ है.
कल रांची लाया जायेगा शिक्षा मंत्री का पार्थिव शरीर
आज की होने वाली कैबिनेट की बैठक भी रद्द हो चुकी है. वहीं, झारखंड सरकार ने भी दो दिनों का राजकीय शोक मनाने का निर्णय लिया है. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के सम्मान में दो दिनों का राजकीय शोक मनाया जाएगा. आज यानी 6 अप्रैल से 7 अप्रैल तक राजकीय शोक होगा. बैठक कब होगी यह पता नहीं, लेकिन झारखंड राज्य पर जो राजनीतिक रंग हमेशा चढ़ा रहता आज कहीं धुंधला सा है. राजकीय शोक के कारण नहीं, बल्कि पूरा राजनीतिक जगत दिल से शाेक मना रहा है. अब सभी को बस कल का इंतजार है, जब जगरनाथ महतो के पार्थिव शरीर को रांची लाया जाएगा.