Sahibganj Murder Case: साहिबगंज में बहुचर्चित रेबिका हत्याकांड के मुख्य आरोपी मैनुल अंसारी को साहिबगंज पुलिस ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से 62 दिन बाद दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. मैनुल अंसारी रेबिका हत्याकांड को अंजाम देकर बोरियो से फरार हो गया था. मैनुल अंसारी की गिरफ्तारी की पुष्टि एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने की है. सूत्रों के मुताबिक, मैनुल अंसारी को गिरफ्तार करने के लिए बोरियो थाना प्रभारी जगरनाथ पान गुप्त रूप से दिल्ली रवाना हुए थे. उन्होंने दिल्ली पुलिस की मदद से मैनुल अंसारी के दोनों बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की.
बेटों की निशानदेही पर उनके ठिकाने पर छापेमारी कर मैनुल अंसारी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस मैनुल अंसारी को वापस साहिबगंज लाने के लिए कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली है. पुलिस मैनुल को लेकर शनिवार को साहिबगंज पहुंचेगी. एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि घटना के दिन के बाद से ही पुलिस नजर बनायी हुई थी. सफलता पर पुलिस टीम को बधाई दी है.
17 दिसंबर 2022 को हुई थी हत्या
17 दिसंबर 2022 को शाम को बोरियो संथाली के मोमिन टोला में नव निर्मित आंगनबाड़ी केंद्र के पीछे से रेबिका पहाड़िन के शव के टुकड़े मिले थे. पैर के नाखून में लगी नेल पॉलिश को देख कर रेबिका की पहचान उसकी बड़ी बहन गोडापहाड़ निवासी शीला पहाड़िन ने की थी. पुलिस इस मामले में रेबिका के पति दिलदार अंसारी, पहली पत्नी शरेजा खातून, भाई मो महताब अंसारी, आमिर हुसैन, बहन गुलेरा खातून, मां मरियम निशा, पिता मुस्तकिम अंसारी, हत्याकांड के मुख्यारोपी की पत्नी जरीना खातून, साथी मैनुल हक मोमिन, मैनुल हक मोमिन की पत्नी शहरबानो खातून को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
Also Read: झारखंड में दिल्ली की श्रद्धा मर्डर जैसा कांड: बोरियो में रबिका पहाड़िन के कर दिये 12 टुकड़े