साहिबगंज : 1000 करोड़ अवैध खनन व मनी लाउंड्रिंग मामले में इडी के गवाह बने विजय हांसदा केस मामले में जांच करने छह दिनों के अंदर दूसरी बार बुधवार की सुबह सीबीआइ की तीन सदस्यीय टीम सीनियर वकील (लोक अभियोजक) के साथ साहिबगंज पहुंची. सीबीआइ टीम के सदस्य सुबह करीब 10.15 बजे परिसदन से न्यायालय परिसर स्थित एडीजे कोर्ट पहुंचे व विजय हांसदा केस से जुड़े मामलों के कागजात का खंगाला. केस में दाखिल चार्जशीट के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली. वहां करीब 35 मिनट रुकने के बाद 10:50 में सीबीआइ के अधिकारी वापस परिसदन पहुंचे. एक सप्ताह के अंदर दो बार सीबीआइ के साहिबगंज दस्तक देने के बाद शहर के पत्थर व्यवसायियों वर्गों में हड़कंप का माहौल है.
इडी के गवाह विजय हांसदा केस के मामले में सीबीआइ की टीम 97 दिनों के भीतर तीन बार साहिबगंज पहुंची. यह इस मामले की गंभीरता को दिखाता है. चूंकि नींबू पहाड़ के प्रधान विजय हांसदा की ओर से अवैध खनन को लेकर एसटी-एससी थाने में दर्ज किराये के मामले में पुलिस ने कोर्ट अपना अंतिम प्रतिवेदन समर्पित कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने विजय हांसदा का धारा 164 के तहत एडीजेएम कोर्ट में बयान दर्ज कराया था. बयान दर्ज होने के बाद केस के अनुसंधानकर्ता एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने 26 अक्टूबर 2023 को अनुसंधान के क्रम में घटना में सत्यता ना मिलने पर कोर्ट के समक्ष अपना अंतिम प्रतिवेदन समर्पित कर दिया था. बयान में विजय हांसदा ने बताया था कि किसी ने उनसे कागज में हस्ताक्षर कर लिये थे. उसे अवैध खनन के बारे में कोई जानकारी नहीं है. वह इस केस के मामले में भी कुछ नहीं जानता है. इसी मामले में सीबीआइ की टीम पिछली बार भी साहिबगंज पहुंची थी. सूत्रों की माने तो दोबारा टीम का यहां आने का मुख्य कारण दाखिल वही चार्जशीट है, जो विजय हांसदा के केस संबंध में न्यायालय के समक्ष दाखिल की गयी है.
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