सानिया मिर्जा ने अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेला,जहां उन्होंने रोहन बोपन्ना के साथ जोड़ी बनायी और मिश्रित युगल में फाइनल तक पहुंची. सानिया मिर्जा का यह आखिरी ग्रैंड स्लैंम था. इसके बाद वह किसी भी ग्रैंड स्लैम में हिस्सा नहीं लेंगी. उन्होंने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी. अपने संन्यास के कारणों का उन्होंने खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है मैं और नहीं खेल सकती.
सानिया मिर्जा ने कहा कि मैं यह लोगों को बताना चाहती हूं कि निश्चित रूप से मेरे पास खेल है और मैं अभी भी उच्चतम स्तर पर टेनिस मैच जीत सकती हूं. लेकिन मैं शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से इसके लिए तैयार नहीं हूं. उन्होंने कहा कि अब मेरी उम्र उतनी नहीं है कि मैं चोटों के लिए तैयार हो सकूं. मैं मैच के बाद या पहले अपने फिजियो से साथ घंटों बिताना नहीं चाहती. मैं अब और प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती, जब मुझे पता है कि मैं अब ऐसा नहीं कर सकती.
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हैदराबाद की रहने वाली टेनिस स्टार जब अपने खेल के चरम पर थीं तब उन्हें मातृत्व अवकाश लेना पड़ा था. उन्होंने वापसी की लेकिन उनकी वापसी उतनी अच्छी नहीं थी जितनी वह चाहती थीं. उन्होंने कहा कि तब मैं मां बनने वाली थी तब मैं शीर्ष 10 खिलाड़ियों में शामिल थी. लोगों ने कहा कि मैं इस समय ब्रेक लेकर पागलपन कर रही हूं. लेकिन आप जानते हैं कि कभी भी सही समय नहीं होता. मुझे लगा कि यह सही समय है. मैंने ब्रेक लिया. लेकिन मैंने कभी नहीं कहा कि मैं संन्यास ले लूंगी. ऐसा इसलिए है क्योंकि अंदर से मुझे पता था कि मुझमें टेनिस बचा है.
उन्होंने कहा कि आज भी मैं यही कहूंगी कि मेरे पास अब भी खेल बचा है. लेकिन मैं अब इस प्रक्रिया से नहीं निपट सकती. नतीजतन, मुझे लगता है यह रुकने का समय है. लेकिन तब मेरे पास अभी भी दो टूर्नामेंट बाकी हैं. और मैं बेथानी और मैडिसन कीज के साथ खेल रही हूं. वे दौरे पर मेरे दो सबसे अच्छे दोस्त हैं और मैं जीतने के लिए वह सब कुछ करूंगी जो मैं कर सकती हूं. वह प्रतिस्पर्धी मेरे लिए अभी भी बहुत है बहुत कुछ है और मैं अपना आखिरी मैच खेलने तक वहीं रहूंगी.
ग्रैंड स्लैम से सानिया मिर्जा के लिए यह एक उपयुक्त विदाई होती अगर उन्होंने बोपन्ना के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के मिश्रित युगल का फाइनल जीता होता. लेकिन भारतीय जोड़ी लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजील की जोड़ी से हारकर जीत से चूक गयी.