भारतीय क्रिकेट टीम (ind vs aus test) के दो युवाओं की बात अभी सबकी जुबान पर है. जी हां…युवा बल्लेबाजों शुभमन गिल और ऋषभ पंत (shubman gill and rishabh pant) की आकर्षक अर्धशतकीय पारियों के दम पर भारत ने चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने का काम किया है. भारतीय टीम ने श्रृंखला अपने नाम करने के साथ-साथ आस्ट्रेलिया की गाबा में 32 वर्षों से चली आ रही बादशाहत भी खत्म कर दी.
भारतीय टीम को अच्छे खेल का इनाम भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने दिया है. शाह ने ट्वीट करके आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम के बेजोड़ प्रदर्शन की सराहना करते हुए उसके लिये पांच करोड़ रुपये के बोनस की घोषणा की है.
आपको बता दें कि भारत ने एडीलेड में पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी करने का काम किया. आस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर लगातार दूसरी बार श्रृंखला में 2-1 से हराकर भारत ने बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी. यदि आपको याद हो तो भारत के कई खिलाड़ी चोटिल थे और यह काम भारतीय टीम के लिए आसान नहीं था. कई खिलाड़ी तो अन्य कारणों से टीम में नहीं थे.
अंतिम टेस्ट में शुभमन गिल शतक से चूक जरूर गये लेकिन उन्होंने 91 रन की प्रवाहमय पारी खेलकर भारत को जीत की ओर अग्रसर किया. वहीं पंत की बात करें उन्होंने आक्रामकता और रक्षण की अच्छी मिसाल पेश की और साथ में नाबाद 89 रन ठोके. भारत के सामने 328 रन का लक्ष्य था और उसने सात विकेट पर 329 रन बनाकर गाबा में जीत का परचम पहराया. इन दोनों के अलावा चेतेश्वर पुजारा की 211 गेंदों पर खेली गयी 56 रन की पारी भी शानदार रही. वे अपने इन दोनों युवा साथियों का साथ देते नजर आये और उन्हें खुलकर खेलने का अवसर प्रदान किया.
पुजारा ने गिल के साथ 240 गेंदों पर 114 और पंत के साथ 141 गेंदों पर 61 रन की उपयोगी साझेदारियां की. यहां चर्चा कर दें कि आस्ट्रेलिया ने गाबा में आखिरी टेस्ट मैच 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ गंवाया था. इसके बाद से उसे इस मैदान पर कभी हार नहीं मिली. आस्ट्रेलिया ने नयी गेंद से पुजारा और मयंक अग्रवाल (नौ) के विकेट लिये लेकिन पंत ने दूसरे छोर से रन बनाने जारी रखे और वाशिंगटन सुंदर (22) ने उनका पूरा साथ दिया. आस्ट्रेलियाई खेमे में हताशा साफ नजर आ रही थी.