पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस (Governor C.V. Anand Bose) बुधवार को कलकत्ता विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने के लिए कैंपस में पहुंचे. जैसे ही श्री बोस का काफिला विश्वविद्यालय गेट पर पहुंचा, तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) और वामपंथी एआईडीएसओ दोनों समूह के छात्रों ने अलग-अलग तरीके से उन्हें काले झंडे दिखाये और “गो बैक” के नारे लगाये. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने यह सुनिश्चित किया कि काफिला परिसर के अंदर जाये और प्रदर्शनकारियों को दूर रखा जाये लेकिन छात्रों के समूह ने बीच में ही ‘गो बैक’ के नारे लगाने शुरु कर दिये.
टीएमसीपी के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की अनुपस्थिति के कारण कलकत्ता विश्वविद्यालय में बुनियादी ढांचे के ढहने के लिए राज्यपाल को जिम्मेदार मानते हैं और स्थायी वीसी की तत्काल नियुक्ति की मांग करते हैं. वहीं वामपंथी एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) की छात्र शाखा एआईडीएसओ ने भी नयी शिक्षा नीति 2020 को रद्द करने की मांग के साथ विश्वविद्यालय में स्थायी वाइस चांसलर की नियुक्ति की मांग की. राज्यपाल यहां कलकत्ता विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस कार्यक्रम के अवसर पर विश्वविद्यालय आये थे.
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गौरतलब है कि सीयू पिछले साल मार्च से स्थायी वीसी के बिना ही चल रहा है और शिक्षा मंत्री ने राज्यापल, जो राज्य विश्वविद्यालय के पदेन चांसलर हैं, उनके द्वारा कार्यवाहक वीसी के रूप में शांता दत्ता की नियुक्ति का विरोध किया है, इसलिए स्थिति जटिल बनी हुई है. राज्यपाल को काले झंडे दिखाने के साथ छात्रों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं, जिन पर लिखा था, “राज्यपाल वापस जाओ”, और शीघ्र कुछ व्यवस्था करो. “हम सीयू के लिए स्थायी वीसी की मांग करते हैं”. इसके बाद राज्यपाल श्री बोस ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की.