बीरभूम, मुकेश तिवारी. एक प्राइमरी टीचर की सालाना कमाई कितनी हो सकती है? क्या आप इसका अंदाजा लगा सकते हैं? अगर आपसे यह सवाल पूछा जाये, तो आप कुछ लाख रुपये का अंदाजा लगा सकते हैं. क्या कभी आपने सोचा है कि किसी सरकारी स्कूल में प्राइमरी टीचर की सालाना आय एक करोड़ रुपये हो सकती है. यह सच है. पश्चिम बंगाल में एक टीचर साल में करीब एक करोड़ रुपये कमाती है. उसने 29 लाख रुपये इनकम टैक्स भरा है.
प्राइमरी स्कूल की यह टीचर कोई और नहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के बेहद करीबी अनुब्रत मंडल उर्फ केस्टो की बेटी सुकन्या मंडल हैं.सुकन्या पेशे से टीचर है. वित्तीय वर्ष 2012-13 में उनकी आय करीब 3 लाख 10 हजार रुपये थी. वर्ष 2013-14 में इनकम बढ़कर 85 लाख रुपये हो गयी.
Also Read: Cattle Smuggling Case: अनुब्रत मंडल की ईडी हिरासत 21 मार्च तक बढ़ी, जल्द होगी पूछताछ
वर्ष 2014-15 में उनकी कमाई 10 लाख से थोड़ी ज्यादा थी. इसके बाद यानी वित्त वर्ष 2015-16 में अनुब्रत मंडल की बेटी की कमाई बढ़कर 49.32 लाख रुपये हो गयी.अगले वर्ष, आय में और 2 लाख रुपये की वृद्धि हुई.लेकिन वर्ष 2018-19 में सुकन्या मंडल की आमदनी ने लंबी छलांग लगायी. उनकी कमाई 1.29 करोड़ रुपये हो गयी.
सुकन्या मंडल ने खुद इनकम टैक्स रिटर्न में यह ब्योरा दिया है. उन्होंने वर्ष 2019-20 में अपनी आय 1.45 करोड़ रुपये बतायी है. वर्ष 2020-21 में उनकी आय 92 लाख 97 हजार रुपये रही. यह सुकन्या मंडल की व्यक्तिगत कमाई है. अनुब्रत मंडल की बेटी के नाम पर राइस मिल और अन्य कंपनियों से होने वाली कमाई अलग है.
Also Read: “TMC के लिए आगे मुश्किल वक्त”, अनुब्रत को दिल्ली ले जाने पर बोले Dilip Ghosh, टीएमसी ने किया पलटवार
सुकन्या मंडल की मां चित्रा मंडल गृहिणी थीं. उनकी कमाई का कोई जरिया नहीं था. बावजूद इसके, वर्ष 2012-13 में उनकी कमाई करीब 4.5 लाख रुपये थी. वर्ष 2014-15 के बाद में यह राशि बढ़कर 62 लाख रुपये हो गयी. इसके अगले ही साल उनकी आदमनी बढ़कर 95 लाख रुपये हो गयी.
वर्ष 2019-20 में अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल और पत्नी चित्रा मंडल की सालाना आय 2 करोड़ रुपये से ज्यादा थी. बता दें कि अनुब्रत मंडल के दो बैंक अकाउंट को पिछले दिनों केंद्रीय जांच एजेंसियों ने फ्रीज कर दिया था. एक्सिस बैंक के एक अकाउंट में 7.13 करोड़ रुपये और इंडियन बैंक में 1.12 करोड़ रुपये जमा थे.