धनबाद, नीरज अंबष्ट : धनबाद के झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के ड्राइवर अजय रवानी को पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह सहित चार लोगों के हत्यारोपी अमन सिंह से मिलाने वाले विजय रवानी और प्रवीण रवानी उर्फ लोधा ने बुधवार को धनबाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया. सरेंडर करने के बाद कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इन दोनों के समर्पण के बाद अब इस मामले में कई खुलासा होने की संभावना बढ़ गयी है.
किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की थी तैयारी
मालूम हो कि पूर्णिमा नीरज सिंह का चालक अजय रवानी नीरज सिंह के हत्यारोपी गैंगस्टर अमन सिंह के संपर्क में था. वह विधायक की गतिविधियों की जानकारी भी बाहर देता था. सूत्रों के अनुसार, किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी थी, उसके पहले ही मामले का खुलासा हो गया और अजय रवानी पकड़ा गया. इस दौरान यह बात सामने आयी कि उसे अमन सिंह से मिलाने वाला विजय रवानी और उसका साथी प्रवीण रवानी उर्फ लोधा था.
पुलिस को चकमा देते हुए कोर्ट में किया सरेंडर
अजय की गिरफ्तारी के बाद से विजय और लोधा फरार चल रहे थे. पुलिस लगातार उनके घर व ठिकानों पर दबिश दे रही थी, पर वो पकड़ से बाहर थे. अतिक्रमण कर बनाये गये विजय के घर को भी हटाने की तैयारी थी. इसी बीच बुधवार पूर्वाह्न विजय अपने साथी लोधा के साथ कोर्ट पहुंचा और दोनों ने पुलिस को चकमा देते हुए कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इधर विजय भी जेल में बंद है.
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रिमांड पर लेने की है तैयारी
दोनों के सरेंडर करने की जानकारी के बाद केंदुआडीह पुलिस दोनों को रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों से पूछताछ में कई मामलों के खुलासा की संभावना है.
रक्तरंजित होने से बचा धनबाद
जानकारों का कहना है कि अजय रवानी की गिरफ्तारी के बाद धनबाद रक्तरंजित होने से बचा. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अमन सिंह उसके माध्यम से किसी बड़ी घटना को अंजाम दिलाने की कोशिश में था. कौन लोग उसके निशाने पर थे, यह जांच में पता चलेगा. हालांकि इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से इनकार कर रही है.
हजारीबाग जेल में करायी थी मुलाकात
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जब अमन सिंह हजारीबाग जेल में बंद था, उस समय विजय रवानी भी उसी जेल में बंद था. वहीं दोनों की दोस्ती हुई और विजय उसके लिए काम करने लगा. जेल से निकलने के बाद विजय रवानी ने एक दिन अजय रवानी को हजारीबाग जेल ले जाकर अमन सिंह से मिलवाया. बाद में वह लगातार उसकी बात फोन से करवाता रहा.
क्या था मामला
पिछले दिनों केंदुआडीह क्षेत्र के एक आउट सोर्सिंग कंपनी के संचालक पर जानलेवा हमला हुआ था. उस मामले में अजय रवानी की गिरफ्तारी हुई थी. पूछताछ में उसने कई खुलासा किये. बताया कि वह गैंगस्टर अमन सिंह के लिए काम कर रहा था. वह पहले विधायक नीरज पूर्णिमा सिंह की गाड़ी भी चलाता था. इस दौरान उसने उनकी रेकी भी की थी. अजय ने बताया था कि विजय रवानी और लोधा ने अमन सिंह से जेल में उसकी मुलाकात करायी थी.
क्या था बड़ा काम जल्द होगा खुलासा
अजय रवानी ने पुलिस के सामने कई राज खोले थे. उसने कहा था कि अमन सिंह ने उसे बड़ा काम करने का निर्देश दिया था. वह बड़ा काम क्या था, क्या किसी बड़ी हस्ती की हत्या होने वाली थी या फिर कुछ और, पुलिस इसके खुलासा में लगी है. विजय और लोधा को रिमांड पर लेने के बाद इस मामले से पर्दा उठने की संभावना है.