Surya Gochar 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव ग्रहों का राजा है. इसके साथ ही सूर्य को आत्मा और मान-सम्मान का कारक माना जाता है. सूर्य के शुभ प्रभाव से जॉब और बिजनेस में तरक्की के योग बनते हैं. वहीं सूर्य का अशुभ प्रभाव असफलता देता है, जिसके कारण कामकाज में रुकावटें और परेशानियां बढ़ती हैं. सूर्य के अशुभ प्रभाव से धन हानि और स्थान परिवर्तन भी होता है.
ज्योतिष पंचांग के अनुसार, सूर्यदेव 17 सितंबर 2023 को राशि परिवर्तन करने जा रहे है. इस दिन सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य फिलहाल सिंह राशि में विराजमान है. सूर्य गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर सकारात्मक व नकारात्मक रूप से पड़ेगा. जिन जातकों की कुंडली में सूर्य प्रबल अवस्था में होते हैं, उन्हें जीवन में कई प्रकार की सफलताएं मिलती हैं. आइए जानते हैं ज्योतिष अनुसंधान केंद्र लखनऊ के संस्थापक वेद प्रकाश शास्त्री से कि किन-किन राशियों को सूर्य गोचर से लाभ मिलेगा और किन्हें सतर्क रहना होगा.
सूर्यदेव मेष राशि के पांचवें घर के स्वामी है. सूर्य का गोचर कन्या राशि के छठे भाव में होने जा रहा है, जो बीमारियों दुश्मनों प्रतिस्पर्धा और मामा से जुड़ा है. कन्या राशि में सूर्य के इस गोचर से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले जातक के लिए जबरदस्त लाभ की संभावनाएं बन रही हैं. फिर वह चाहे नौकरी के संदर्भ में हो या फिर उच्च अध्ययन के संदर्भ में, इसके अलावा आपकी समस्याओं झगड़ों और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को हल करने के लिए भी कार्य साबित होगा. कन्या राशि में सूर्य के गोचर का नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन पर पड़ सकता है. जिससे आपके साथी या रिश्ते के प्रति लगातार आलोचना से उत्पन्न होने वाले संबंधित मुद्दे बन सकते हैं, इसके अलावा कन्या राशि में सूर्य के गोचर के दौरान आपके मामा के साथ आपकी समस्याएं सामने आ सकती हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी बढ़ सकती है. हालांकि मेष राशि के छात्रों को इस दौरान कोई सकारात्मक समाचार प्राप्त हो सकता है.
उपाय- अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से अदरक और गुड़ का सेवन करें.
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे घर का स्वामी है. कन्या राशि में सूर्य का गोचर आपकी पांचवे घर में होने जा रहा है, जो शिक्षा प्रेम संबंध हो और पूर्ण के घर का प्रतिनिधित्व करता है. कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर राजनेताओं के लिए बेहद ही शुभ संकेत दे रहा है. क्योंकि यह समय आपको जनता से जुड़ने और उनके मुद्दों को समझना उनकी समस्याओं को प्रभावी ढंग से हल करने में सक्षम बनाएगा, जिससे भविष्य में आपको जनता का समर्थन अवश्य प्राप्त होगा. सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान वृषभ राशि के जातकों को अपने बच्चों पर खुशी और गर्व का अनुभव करने का अवसर प्राप्त होंगे. सामाजिक नेटवर्क और वित्तीय लाभ के 11 घर पर सूर्य की दृष्टि धन लाभ का संकेत दे रही है. यह गोचर से पेशेवर संबंधों के विस्तार और निवेश में आर्थिक लाभ दिलाने का योग बन रहा है.
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मिथुन राशि के जातक के लिए सूर्य तीसरे घर का स्वामी है. कन्या राशि में सूर्य के इस गोचर से आपके चतुर्थ भाव में प्रवेश कर जाएंगे, जो घरेलू जीवन और संपत्ति का प्रतिनिधित्व करता है. मिथुन राशि के जातकों के लिए चतुर्थ भाव में कन्या राशि में सूर्य के गोचर को आमतौर पर अनुकूल नहीं माना जाता है, क्योंकि यह घरेलू जीवन में समस्याएं और परेशानियां ला सकता है. ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप अपने घरेलू मामलों पर यह शब्द में विशेष तौर पर ध्यान दें और किसी भी परेशानी का हाल अवश्य निकले बजे की इन मुद्दों के लिए आप आलोचनात्मक बन जाएं, इसके अलावा आपके कार्य क्षेत्र और सार्वजनिक चांद के दसवें घर पर सूर्य की दृष्टि के साथ आप इस गोचर के दौरान पेशेवर विकास और उन्नति की उम्मीद भी कर सकते हैं. इस गोचर के दौरान आपके करियर पर सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
कर्क राशि के सूर्य दूसरे भाव का स्वामी है और अब कन्या राशि में गोचर के साथ ही आपके तीसरे घर में प्रवेश कर जाएंगे, जो भाई-बहन शौक, छोटी दूरी की यात्रा और संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करते हैं. ऐसे में सूर्य के गोचर के दौरान कन्या राशि के जातक अपने संचार में आत्मविश्वास से और बेहद बुद्धिमत्ता के साथ इस्तेमाल करते नजर आएंगे. सूर्य का कन्या राशि में गोचर प्रवक्ता परामर्शदाता मीडिया रिपोर्टर सलाहकार या ऐसे किसी भी पेसे में काम करने वाले लोगों को फायदा होगा, जहां संचार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके साथ ही व्यावसायिक जीवन में उन्नति होगी. इस दौरान आपकी आए अच्छी होगी. सूर्य की दृष्टि धर्म और आध्यात्मिक मामलों के प्रति आपका झुकाव बढ़ाने के संकेत है. इस दौरान आपको अपने पिता गुरु और शिक्षकों का सहयोग और आशीर्वाद प्राप्त होगा. इसके अलावा इस गोचर के दौरान कम से संबंधित आपको किसी लंबी दूरी की यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है.
सिंह राशि के जातक के लिए सूर्य आपके लग्न भाव का स्वामी है और वर्तमान में कन्या राशि में गोचर के दौरान आपके दूसरे घर में प्रवेश कर जाएगा. दूसरे घर को परिवार भूषण और बचत का घर कहा जाता है. सूर्य के कन्या राशि में गोचर के दौरान आपका पूरा ध्यान अपने परिवार और उन मूल्यों पर रहने वाला है, जिन्हें आप सबसे ज्यादा तवज्जो देते हैं, इसके अलावा अगर आपके परिवार में लंबे समय से कोई मुद्दा चल रहा है तो उसे सुलझाने के लिए यह बेहद ही अनुकूल समय रहेगा. इस राशि के जातकों को अपने परिवार से अच्छे संबंध बनाने का अच्छा अवसर प्राप्त होगा. कामकाजी पैसे व जातकों जो स्थानांतरण का इंतजार कर रहे थे, इस समझ में स्थानांतरण मिल सकता है, जिससे आप अपने परिवार के लोगों के साथ दोबारा रह सकते हैं. सूर्य का कन्या राशि में गोचर आपकी आर्थिक स्थिति और बचत को बढ़ाने के भी अवसरों को प्रदान करेगा. क्योंकि कुंडली का दूसरा भाव आर्थिक मामलों से जुड़ा होता है. अष्टम भाव पर सूर्य की दृष्टि इस बात को दर्शाती है कि इस राशि के जो जातक विज्ञान और अनुसंधान कार्य से संबंधित है उनके लिए समय अनुकूल रहेगा. खासकर सिंह राशि के छात्रों के लिए जो ज्योतिष शास्त्र विज्ञान में रुचि रखते हैं, इस वक्त के दौरान आपका अपने ज्ञान और कौशल को अगले स्तर तक बढ़ाने में सक्षम रहेंगे.
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कन्या राशि के जातक के लिए सूर्य बारहवें भाव का स्वामी है और वर्तमान में कन्या राशि में गोचर के दौरान आपकी लग्न को प्रभावित करेगा. कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर आमतौर पर जातकों को आकर्षक आत्मविश्वास और अच्छे स्वास्थ्य से भरने वाला साबित हो सकता है, क्योंकि सूर्य इनका प्राकृतिक कारक माना गया है. सूर्य कन्या राशि के बारहवें घर का स्वामी है. ऐसे में यह आपके जीवन में स्वास्थ्य संबंधित समस्या लेकर आ सकते है. ऐसी प्रबल संभावना बन रही है कि इस अवधि के दौरान आपको अस्पताल के कई चक्कर लगाने पड़ सकते हैं. आपकी लग्न भाव में सूर्य के गोचर के प्रभाव के चलते आपके लिए अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
तुला राशि के जातक के लिए सूर्य आपके 11वें भाव का स्वामी है और वर्तमान में कन्या राशि में गोचर के दौरान सूर्य आपके बारहवे भाव में प्रवेश कर जाएंगे. बारहवें भाव विदेशी भूमि अलगाव अस्पतालों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को दर्शाता है. आपके 12वें घर में कन्या राशि में गोचर तुला राशि के जातक के लिए विशेष रूप से अनुकूल नहीं होने की आशंका है. इस अवधि में आपके जीवन में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं, जिसके लिए आपको पहले से ही ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ेगी. इसके अलावा आपके छठे घर पर सूर्य की दृष्टि शत्रु और स्पर्धाओं को बस में करने में आपकी मदद करेगी. हालांकि यह जानना बेहद महत्वपूर्ण है कि यदि आप वर्तमान में किसी कानूनी मामलों या मुकदमों से जुड़े हैं, तो यह मामले फिर से शुरू हो सकती है. आपके जीवन में कर्ज को रोकने के लिए इस दौरान आपको किसी भी तरह के विवाद में शामिल होने से बचाना होगा.
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दशम भाव का स्वामी है और वर्तमान में कन्या राशि में अपने गोचर के दौरान आपके 11वें भाव में आ जाएंगे. 11वां भाव वित्तीय लाभ इच्छाओं बड़े भाई बहनों और अपने परिवार के सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है. कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर आपकी पेशेवर जीवन में उन्नति लेकर आएगा, जो लोग पदोन्नति या वेतन वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं, उनकी भी मनोकामनाएं पूर्ण होगी. इस अवधि में महत्वपूर्ण कार्य नहीं कर पाने के कारण मन व्यथित रह सकता है. व्यापार-व्यवसाय में नए सौदे हाथ आएंगे. स्वभाव में आलस्य रहेगा, जिससे हर काम मे विलम्ब हो सकता है, इससे बचें. संतान के भविष्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं.
धनु राशि के लिए सूर्य नवम भाव का स्वामी है और वर्तमान में कन्या राशि में गोचर के दौरान आपके दसवीं घर में प्रवेश कर जाएंगे, जो पैसे और कार्य स्थल पर प्रतिनिधित्व करता है. कन्या राशि में दशम भाव में सूर्य का यह महत्वपूर्ण गोचर आपके लिए बेहद शुभ है. क्योंकि सूर्य को सरकारी नौकरी और पैसे और जीवन का प्राकृतिक कारक माना गया है. इस घर में उसे विश्वात्मक शक्ति प्राप्त होती है. ऐसे में धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर आज के पेशेवर जीवन में भाग्य और समृद्धि लेकर आएगा. यह अवधि आपके करियर में भाग्यशाली बनाने का भी कार्य करेगा. सूर्य का यह गोचर विशेष तौर पर लोगों के लिए उपयुक्त समय साबित होगा. कंपनी बदलने या किसी भी अन्य शहर में स्थानांतरण की उम्मीद कर रहे हैं. इस अवध में आपके पिता गुरु और शिक्षक का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा. यदि आप अपने पेशेवर जीवन में किसी परेशानी या चुनौती का सामना कर रहे हैं, तो मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए आपके पिता सबसे अच्छे व्यक्ति साबित हो सकते हैं. यह समय अनुकूल रहेगा.
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मकर राशि के जातक के लिए सूर्य आठवें घर का शासक है और मकर राशि के स्वामी शनि के साथ उसकी स्वाभाविक स्वतंत्रता है. अब कन्या राशि में इस गोचर के दौरान वह आपके नए घर में आ जाएंगे. इस दौरान नया घर धर्म पिता लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य का प्रतिनिधित्व करता है. मकर राशि के जातकों के लिए कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर मिश्रित परिणाम लेकर आने वाला है. सूर्य का यह गोचर आपके भाग्य में वृद्धि करेगा और आपको धार्मिक बनाएगा. यह समय आपके लिए अनुकूल रहने वाला है. आप इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं.
कुंभ राशि के जातक के लिए सूर्य आपके लग्न भाव का स्वामी है और शनि के साथ इसकी स्वाभाविक सुख होता है. ऐसे में आपके सातवें घर के स्वामी के रूप में कार्यरत है. वर्तमान में कन्या राशि में होने वाले अपने सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान यह आपके आठवें भाव में प्रवेश कर जाएगा, जो दीर्घायु अप्रत्याशित घटना और गोपनीयता से संबंधित माना जाता है. कुंभ राशि के जातकों के लिए आपके आठवें घर में सूर्य का यह गोचर आपके जीवन में विभिन्न चुनौतियों की वजह बनेगा. यह आपके वैवाहिक जीवन में कठिनाइयां पैदा कर सकता है, जिससे आपके जीवन साथी और ससुराल वालों से ऐसा टकराव होने की प्रबल संभावना है. इस दौरान आपको सावधानी बरतनी होगी.
सूर्य मीन राशि के छठे घर के स्वामी के रूप में वर्तमान में आपके सातवें घर में गोचर करने जा रहे हैं. सातवां घर विवाह जीवनसाथी और व्यावसायिक साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है और मीन राशि के जातकों के लग्न भाव का स्वामी है. बृहस्पति का मित्र ग्रह लेकिन आपके सप्तम भाव में कन्या राशि में सूर्य का यह गोचर आपके लिए अनुकूल नहीं रहने वाला है. सूर्य एक उग्र और गर्म ग्रह है, जिसके चलते सूर्य को वैवाहिक जीवन के लिहाज से शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे में इस अवधि में आपके जीवन साथी के साथ अहंकार का टकराव और वह सोने की संभावना है. इससे बचने का प्रयास करें.