4 दिसंबर 2021 को इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इस सूर्य ग्रहण की अवधि 4 घंटे की होगी. भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण सुबह 10.59 बजे शुरू होगा और ग्रहण दोपहर 03.07 बजे तक रहेगा. इस ग्रहण का परमग्रास एक मिनट 54 सेकेंड का होगा. मतलब 1 मिनट 54 सेकंड तक सूर्य का सर्वाधिक हिस्सा चांद की छाया से ढका रहेगा.
4 दिसंबर को शनि अमावस्या भी
4 दिसंबर को लगने जा रहे सूर्य ग्रहण को बहुत ही खास माना जा रहा है क्योंकि इसी दिन शनि अमावस्या भी है. ज्योतिष की दृष्टिकोण से बात करें तो सूर्यग्रहण और शनि अमावस्या का एक ही दिन पड़ना अद्भुत संयोग है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, शनि देव को सूर्य का पुत्र कहा जाता है. यदि सूर्य और शनि दोनों ग्रह एक साथ प्रसन्न हों तो बहुत ही अच्छा होता है. ऐसे में दोनों शुभ फल देने वालें हो इसके लिए शनि और सूर्य दोनों के लिए दान करना जरूरी है.
सूर्य का संयोग केतु से दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ेगी
हिंदू पंचांग अनुसार सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष मास की अमावस्या के दिन शनिवार को लगेगा. यह सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा. इस दिन लगने जा रहे सूर्य ग्रहण में सूर्य का संयोग केतु से बनने जा रहा है. इस ग्रहण में चन्द्रमा और बुध का योग भी होगा. सूर्य और केतु का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की संभावना बनती है. राजनैतिक रूप से उथल-पुथल के संयोग बनते हैं.
Also Read: Surya Grahan 2021: सूर्य ग्रहण के बीच बनेगा ग्रहों का अद्भुत संयोग, इन राशि के लोग रहें सावधान
सूर्य ग्रहण इन हिस्सों में दिखेगा
4 दिसंबर का सूर्य ग्रहण 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा. इस सूर्य ग्रहण को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका और अटलांटिक के दक्षिणी भाग में देखा जा सकेगा. 4 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इस सूर्य ग्रहण का भी सूतक काल मान्य नहीं होगा.