Surya Grahan 2021 Mantra: कल यानी 4 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्यग्रहण लगने जा रहा है. मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन साल का आखिरी सूर्य गर्हण लगने जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान कोई मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए. इस समय राहु और केतु की बुरी छाया पृथ्वी पर पड़ती है। इसके चलते समस्त पृथ्वी वासी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
क्या सूतक काल होगा मान्य?
04 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इस सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण सुबह 11 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 07 मिनट तक रहेगा.
तीन प्रकार के होते हैं सूर्य ग्रहण
पूर्ण सूर्य ग्रहण, दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण और तीसरा वलयाकार सूर्य ग्रहण. ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है. इस दौरान राहु-केतु की बुरी दृष्टि से बचने के लिए इन मंत्रों का जाप करना चाहिए.
1. तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन।
हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥
इस मंत्र का जाप राहु और केतु के आह्वान और उनसे शांति प्रदान करने की कामना के लिए किया जाता है. शास्त्रों में बताया गया है कि राहु-केतु की बुरी दृष्टि पड़ने पर व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता आ जाती है. इनके प्रभाव को कम करने के लिए ग्रहण के दौरान मंत्रोच्चारण जरूर करें.
2. “विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत
दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥
बुरी शक्तियों के नाश के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है. ग्रहण काल में मंत्र जाप से राहु-केतु के प्रकोप से सुरक्षित रहने के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें.
3. ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय
जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा।।
ग्रहण के दौरान व्यक्तियों पर पड़ने वाली शक्तियों का नाश करने के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है. इतना ही नहीं, शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए सूर्य ग्रहण के दौरान इस मंत्र का एक माला जरूर जाप करें.
4. ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये
प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।
इस मंत्र का जाप मां लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है. इसलिए ग्रहण के दौरान इस मंत्र का जाप अवश्य करें. इस मंत्र के पुण्य फल से धन की प्राप्ति होती है
Posted By: Shaurya Punj