अमर शक्ति : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बार पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनीं हैं, जहां उनके सामने कभी उनके सहयोगी रहे शुभेंदु अधिकारी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. अब शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर नामांकन के लिए जमा किये गये हलफनामा में जानकारियां छिपाने का आरोप लगाया है.
शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को कहा कि ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में उनके खिलाफ चल रहे छह मामलों की जानकारी नहीं दी है. इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग करते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. श्री अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, इनमें से छह मामले में असम में दर्ज हैं. लेकिन ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में इसकी जानकारी नहीं दी है.
बताते चलें कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से नामांकन के दौरान अपना चुनावी हलफनामा दाखिल किया. एफिडेविट के अनुसार 66 वर्षीय ममता बनर्जी की कुल संपत्ति लगभग 16 लाख बताई गई है, जिसमें 10 लाख की आय वित्त वर्ष 2019-20 की है. ममता बनर्जी ने बताया कि उनका कमाई का मुख्य जरिया पेंटिंग और किताब लेखनी के रॉयल्टी से आती है. वहीं ममता ने हलफनामे में एक भी केस का जिक्र नहीं किया है.
शुभेंदु अधिकारी के आरोप पर टीएमसी प्रवक्ता कुनाल घोष ने निशाना साधा है. एक टीवी चैनल से बात करते हुए कुनाल घोष ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी को जमानत जब्त होने का डर सता रहा है, इसलिए वे गलत आरोप लगा रहे हैं. कुनाल घोष ने कहा कि अगर आयोग द्वारा नोटिस भेजा जाएगा तो इसका टीएमसी जवाब देगी. कुनाल घोष ने कहा कि ममता बनर्जी के पास किसी भी मामले की नोटिस नहीं आया है.
Posted By : Avinish kumar mishra