कोलकाता,अमित शर्मा : राज्य में शिक्षक नियुक्ति घोटाले ( Teacher Appointment Scam) की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (इडी) भी कर रहा है. इस मामले में गत वर्ष ही राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत कुछ अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. घोटाले की जांच के दायरे में चटर्जी के करीबी भी हैं. इसी बीच, इडी ने बुधवार को कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 128 के पार्षद व तृणमूल कांग्रेस नेता पार्थ सरकार पूछताछ के लिए तलब किया. सरकार भी पूर्व शिक्षा मंत्री चटर्जी के करीबी माने जाते हैं. उन्हें इसी दिन सुबह यहां सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर होने को कहा गया था.
हालांकि. वह इस दिन इडी कार्यालय में पेश नहीं हुए. सूत्रों के अनुसार, पार्षद सरकार ने व्यक्तिगत व जरूरी कारणों का हवाला देकर केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर होने के लिए पांच दिनों का समय मांगा है. सूत्रों केअनुसार, पार्षद सरकार को उनके आयकर रिटर्न प्रमाण पत्र, बैंक खातों और संपत्तियों के विवरण व कुछ दस्तावेजों के साथ इडी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था. मौजूदा समय में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी न्यायिक हिरासत की अवधि प्रेसिडेंसी संशोधनागार में काट रहे हैं. बताया जा रहा है कि पार्थ सरकार पूर्व शिक्षा मंत्री के करीबी और विश्वासपात्रों में से एक माने जाते रहे हैं.
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शिक्षक नियुक्ति घोटाले में मिले कुछ तथ्यों के आधार पर ही इडी के अधिकारी सरकार से पूछताछ करना चाहते हैं. इसके पहले भी केंद्रीय जांच एजेंसी पूर्व शिक्षा मंत्री चटर्जी के करीबियों के ठिकानों पर तलाशी अभियान चला चुकी है. पिछले महीने सीबीआइ ने तृणमूल कांग्रेस नेता और मुर्शिदाबाद के डोमकल से विधायक जफीकुल इस्लाम, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के पार्षद बाप्पादित्य दासगुप्ता, विधाननगर नगर निगम के पार्षद देवराज चक्रवर्ती के आवासों समेत राज्य की अलग-अलग जगहों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया था.