Gorakhpur News: गोरखपुर जिले के टॉप 10 व प्रदेश के 61 माफियाओं में शामिल पिपरौली के पूर्व ब्लॉक प्रमुख माफिया सुधीर सिंह 200 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है. गोरखपुर के सहजनवा तहसील प्रशासन और गीडा थाने की पुलिस ने संपत्ति को जब्त किया है. माफिया सुधीर सिंह वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सहजनवा से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था. गोरखपुर जोन के साथ बदमाश पुलिस व प्रशासन की निशाने पर हैं, जिसमें सुधीर सिंह के अलावा पूर्व विधायक राजन तिवारी, माफिया विनोद उपाध्याय, राकेश यादव देवरिया के पूर्व एमएलसी रामू द्विवेदी, बलरामपुर के रिजवान जहीर व बहराइच के देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ गब्बर शामिल है. माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ गोरखपुर, महराजगंज और लखनऊ जिले के अलग-अलग थानों में हत्या हत्या की कोशिश ल आर्म्स एक्ट गैंगस्टर गुंडा एक्ट के 40 मुकदमे दर्ज हैं. माफिया सुधीर सिंह गोरखपुर के गीडा थाना क्षेत्र के कालेसर का रहने वाला है. पुलिस और प्रशासन ने सुधीर सिंह की अपराध से अर्जित 400 करोड़ की संपत्ति को चिह्नित किया है. गोरखपुर के शाहपुर और कैंट थाने में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में माफिया सुधीर सिंह की संपत्ति को जब्त करने की रिपोर्ट गीडा थाना पुलिस ने जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश को भेजी थी. जिलाधिकारी से अनुमति मिलने के बाद एसपी नाथ मनोज अवस्थी ने तहसीलदार सहजनवा, सीओ कैंपियरगंज,थाना प्रभारी गीडा के साथ कालेसर और बाघागाड़ा स्थित माफिया की भूमि पर पहुंचे और मुनादी करा कर जब्तीकरण की कार्रवाई की.
शासन के स्तर से जारी प्रदेश की माफिया सूची में शामिल गोरखपुर के टॉप टेन सूची में शामिल सुधीर सिंह वर्तमान में जेल में बंद है. इससे पहले भी प्रशासन में कार्रवाई करती हुए उसकी 100 करोड़ से ज्यादा संपत्ति को जब्त किया था.यह संपत्ति उसके और उसकी पत्नी और छोटे भाई के नाम से रजिस्टर्ड थी. माफिया सुधीर सिंह ने 90 की दशक में पिता सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद अपराध की दुनिया में कदम रखा. पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सुधीर सिंह ने ताबड़तोड़ कई हत्याएं की. इसके बाद उसका नाम अपराध जगत में चमकने लगा.माफिया सुधीर सिंह ने इसका फायदा उठाते हुए राजनीति जगत में कदम रखा और पूर्व की सरकारों में ब्लॉक प्रमुख बना. इस दौरान उसने अपनी पत्नी और मां को भी प्रधानी सहित जिला पंचायत का चुनाव लड़ाया. 2022 विधानसभा चुनाव में भी बसपा से प्रत्याशी रहा. इसी बीच उस पर कई मुकदमे भी दर्ज हो चुके थे.
माफिया सुधीर सिंह पर सरकार ने 50000 का इनाम भी घोषित किया था. 20 वर्ष पुराने एक मामले में पुलिस ने उसकी फाइल खोली और उसकी तलाश शुरू कर दी.पुलिस की लगातार छापेमारी के बाद भी वह पुलिस को चकमा देकर बचत रहा. कई गैर जमाती वारंट भी जारी किए गए. माफिया सुधीर सिंह का घर और प्रॉपर्टी भी कुर्क कर दी गई.पुलिस का दबाव बढ़ता देख अंत में सुधीर सिंह ने 20 मई 2023 को सहजनवा के कोर्ट में समर्पण कर दिया तब से वह जेल में बंद है.
माफिया सुधीर सिंह पर 40 मुकदमे दर्ज है. जिसमें रंगदारी,धमकी, लूटपाट,हत्या,हत्या की कोशिश, मारपीट,भूमि कब्जा जैसे अपराधिक मामले शामिल है. वहीं इस मामले में एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटित अपराधों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत शासन द्वारा चिह्नित माफिया सुधीर सिंह पर प्रभावी कार्रवाई की गई .इस कार्रवाई के अंतर्गत गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 ए के तहत माफिया सुधीर सिंह की पांच भू संपत्तियों को कुर्क किया गया है. माफिया सुधीर सिंह ने इन संपत्तियों को अवैध रूप से अपराध करके अर्जित किया है. एसपी नार्थ ने बताया कि कुर्क की गई संपत्तियों की अनुमानित कीमत 200 करोड़ 95 लाख रुपए है.अविध रूप से अर्जित अपराधी की और संपत्तियों की भी तलाश की जा रही है.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप,गोरखपुर