West Bengal News: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि की विवादित टिप्पणी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में उबाल है. पार्टी की ओर से लगातार मांग की जा रही है कि अखिल गिरि को ममता बनर्जी की कैबिनेट से बर्खास्त किया जाये. पश्चिम बंगाल भाजपा के विधायकों ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा है. मालदा में अखिल गिरि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. वहीं, वहीं, पश्चिम बंगाल में आदिवासी समाज ने भी अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की कैबिनेट में शामिल आदिवासी विधायक ज्योत्सना मांडी, जो प्रदेश की खाद्य एवं आपूर्ति मामलों की मंत्री हैं, के खिलाफ बांकुड़ा में रविवार को आदिवासियों ने विरोध-प्रदर्शन किया. मंत्री जब खातरा पंप मोड़ से गुजर रहीं थीं, तभी आदिवासी समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.
Also Read: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर ममता के मंत्री अखिल गिरि के बिगड़े बोल, भाजपा की ओर से गिरफ्तारी की मांग
मंत्री ने आगे जाने की कोशिश की, लेकिन लोगों का प्रदर्शन नहीं रुका. इसके बाद मंत्री कार से उतरीं और पैदल ही आगे बढ़ चलीं. कुछ दूर पैदल चलने के बाद वह कार में सवार होकर वहां से चली गयीं. बताया जाता है कि करीब आधा घंटा तक लोगों ने मंत्री के काफिले को रोके रखा. मालदा में भाजपा की ओर से अखिल गिरि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. वहीं, बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि माननीय राज्यपाल ला गणेशन अभी राज्य के बाहर गये हुए हैं. बंगाल के भाजपा विधायकों ने उनसे मिलने के लिए मांगा है. हम राज्यपाल से मिलकर मांग करेंगे कि राष्ट्रपति के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले बंगाल के मंत्री को बर्खास्त किया जाये. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के बारे में ऐसी टिप्पणी करने के बाद उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
उधर, पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पूरा सम्मान करती है. पार्टी ने अपने विधायक और मंत्री अखिल गिरि की टिप्पणी की घोर निंदा की है और इसे दुर्भाग्यजनक बयान करार दिया है. साथ ही कहा है कि अखिल गिरि के बयान से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. इतना ही नहीं, टीएमसी की ओरसे यह भी कहा गया है कि महिला सशक्तिकरण के दौर में ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है.
Also Read: अखिल गिरि के राष्ट्रपति पर बयानबाजी के खिलाफ भाजपा का उबला आक्रोश, जमकर किया प्रदर्शन
बता दें कि ज्योत्सना मांडी तृणमूल कांग्रेस की प्रभावशाली नेता मानी जाती हैं. अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की वह राज्य कमेटी की महासचिव हैं. एमडीए की चेयरपर्सन भी हैं. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रानीबांध विधानसभा सीट से वह विधायक चुनीं गयीं थीं. ज्योत्सना मांडी को मुख्यमंत्री एवं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है.