Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जादूगोड़ा के यूसिल में करीब 4500 स्थायी मजदूर अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल पर हैं. बुधवार को हड़ताल का दूसरा दिन है. इसके कारण यूसिल के सभी सात इकाईयों में काम पूरी तरह से ठप हो गया है. दो दिनों के अंदर यूसिल को 8 करोड़ 64 लाख रुपये का नुकसान हुआ है, वहीं 3000 मैट्रिक टन यूरेनियम अयस्क की खुदाई ठप हाेने के साथ मिल में 2880 मैट्रिक टन यूरेनियम अयस्क की पिसाई भी ठप हो गयी है. यूरेनियम संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने गुरुवार को सभी इकाईयों में रैली का आह्वान किया है.
मजदूरों से एकता बनाए रखने की मांग
इस मौके पर यूरेनियम संयुक्त संघर्ष मोर्चा के राजा राम सिंह, रमेश मांझी और बीएन बास्के ने कहा कि यूसिल अधिकारी को प्रोडक्टिवीटि लिंक एलाउंस का लाभांश हर साल दिया जाता है, जबकि मजदूरो को पहले फेस्टिवल लिंक एलाउंस के रूप में जो रकम दी जाती है उसे बाद में वेतन से काट लिया जाता है. यह भेदभाव अब नही चलेगी. यूसिल के इतिहास में जब तक हड़ताल नहीं होगी, तबतक मजदूरों को अपना हक नहीं मिलेगा. कहा कि एकता के साथ सभी रहें. कोई भी ताकत हमारे लक्ष्य को पूरा करने से नहीं रोक सकती है.
ठेका कर्मियों ने किया प्रदर्शन
वहीं, ठेकाकर्मी नेता बाघराय मार्डी ने कहा कि कंपनी प्रबंधन से समान काम का समान वेतन और प्रॉफिट शेयरिंग देने की मांग की जा रही है. इसको लेकर कंपनी के महाप्रबंधक एसके शर्मा समेत कंपनी के वरीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा. मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगा. यूसिलकर्मियों की जारी हड़ताल का समर्थन करते हुए ठेका कर्मी हड़ताल पर उतर आये है. इधर, समान काम का समान वेतन देने की मांग को लेकर ठेका कर्मियों ने बुधवार को माटीगोड़ा में प्रदर्शन भी किया.
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ठेका कर्मियों के लिए परीक्षा की घड़ी
बाघराय मार्डी ने कहा कि यह घड़ी यूसिल ठेका कर्मियों के लिए परीक्षा की घड़ी है. कंपनी प्रबंधन ने नो वर्क नो पे का नोटिस लगा दिया है. इस हड़ताल पर उन्होंने सवाल किया कि यूसिल मजदूरों की इस हड़ताल से ठेका कर्मियों को क्या मिलेगा. कहा कि यूसिल में 75 प्रतिशत ठेका कर्मी हैं. ऐसे में उन्हें भी समान काम का समान वेतन लेने के हक बनता है. उनके ही मेहनत के बल पर कंपनी अधिकारी प्रॉफिट शेयरिंग का लाभांश ले रहे हैं. जिस पर ठेका मजदूरों का भी हक बनता है. ऐसे में उनकी मांगे पूरी होने तक ठेका मजदूरों का भी मांग जारी रहेगा. इसे लेकर झारखंड खान सचिव से मुलाकात कर बातें रखी जाएगी.