आगरा : एक नवविवाहिता ने शादी के आठवें दिन ही फांसी लगाकर जान दे दी. नवविवाहिता के परिजन उससे मिलने गए तो वह फांसी के फंदे से लटकी हुई थी. मायके वालों ने इसकी सूचना थाना पुलिस को दी. आगरा के आनंद कुमार भृगु निवासी 39 त्रिवेणी नगर गढ़ी भदौरिया ने अपनी बेटी संध्या का विवाह 29 नवंबर को ज्ञानेश कुमार पुत्र महेश चंद्र निवासी रतनपुर थाना हरी पर्वत के साथ विधि विधान से किया था. नवविवाहित के पिता ने बताया की शादी में उन्होंने अपनी हैसियत के हिसाब से ससुरालियों को काफी सामान दिया था. करीब 16 लाख रुपए की शादी संपूर्ण की. शादी में उन्होंने ससुरालियों को एक कार ऑल्टो k10 भी दी थी. आनंद कुमार ने बताया कि 3 दिसंबर को वह अपनी बेटी की दसवीं चलाकर अपने घर वापस ले आए थे. जिसके बाद उनकी बेटी ने बताया कि उसका पति ज्ञानेश कुमार और ससुराल के अन्य लोग उनसे अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस बार जब तुम घर वापस लौट कर आओ तो 5 लाख नगद और करीब 10 से 12 लाख रुपए कीमत का चार पहिया वाहन लेकर आना. अगर तुम यह चीज लेकर नहीं आती तो यहां मत आना और अगर खाली हाथ घर वापस आए तो तुम्हारे साथ अंजाम बुरा हो सकता है.
आनंद कुमार ने बताया कि 5 दिसंबर को मेरी बेटी संध्या को लेने के लिए उसका पति ज्ञानेश और उसका दोस्त मोहित मेरे घर पर आए. हंसी-खुशी मैंने अपनी बेटी को उनके साथ विदा किया. इस दौरान संध्या के पति ज्ञानेश ने चलते हुए कहा कि तुम्हारी बेटी ने तुम्हें कुछ बताया होगा उसकी व्यवस्था कर लेना. मैंने कहा कि बेटा मैंने शादी में बहुत कुछ खर्च किया है और समय-समय पर देता रहूंगा. संध्या के पिता ने बताया कि 6 दिसंबर को रात्रि करीब 12:00 बजे हमारे पास संध्या की सास का कॉल आया. उन्होंने बताया कि तुम्हारी बेटी की मृत्यु हो गई है. जिसके बाद हम अपनी बेटी की ससुराल पहुंचे तो हमारी बेटी फांसी के फंदे पर मृत लटकी हुई मिली. मृतक के पिता का कहना है कि दहेज की पूर्ति न होने के चलते मेरी बेटी के पति ज्ञानेश, सास, ससुर व ससुराल के अन्य लोगों ने षड्यंत्र के तहत उसकी हत्या कर दी है. मृतक नवविवाहिता के भाई मोहित ने बताया कि शिकायत के आधार पर थाना पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. और इस मामले में दूल्हा, उसके भाई और चचेरे भाई, दोस्त, मां और चाची को हिरासत में ले लिया गया है.