आगरा. पर्यावरण संरक्षण के लिए आगरा में साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत होने जा रही है. पर्यटक किराए पर साइकिल लेकर शहर भर में घूम सकेंगे. यह सुविधा पर्यटकों के साथ-साथ शहर के आम लोगों के लिए भी शुरू की जाएगी. आगरा सिटी में करीब 100 साइकिल स्टैंड बनाए जाएंगे. करीब एक हजार साइकिल उपलब्ध कराई जाएंगी. बता दें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आगरा में पर्यावरण संरक्षण के लिए यह एक नई पहल शुरू की जा रही है. स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक अरुण कुमार ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में तीन तरह की सदस्यता होगी. जिसके एक साल के लिए एक हजार रुपए, 3 महीने के लिए 300 और एक माह के लिए 150 रूपया किराया देना होगा. पब्लिक साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट से पर्यटक व आम लोग शहर के प्रमुख स्मारक, धार्मिक स्थल, रेलवे व बस स्टैंड के अलावा दफ्तर व बाजार जा सकेंगे.
महाप्रबंधक स्मार्ट सिटी के अनुसार प्रत्येक स्टैंड पर 10 से 12 साइकिल उपलब्ध कराई जाएगी. जिसमें पहले चरण में जो स्टैंड बनेंगे. यहां 200 साइकिल से सुविधा शुरू की जाएगी. फिर साइकिल स्टैंड बस स्टैंड की संख्या बढ़ाई जाएगी. इसके लिए स्मार्ट सिटी ने मोबाइल एप भी बनाया है. ऐप से किराए का भुगतान हो सकेगा. साइकिल जीपीएस से लैस होगी. जिनकी निगरानी स्मार्ट सिटी की कंट्रोल रूम से की जाएगी. आगरा में इससे पहले देश का सबसे पहला साइकिल हाईवे बनाया गया था. जिसका शुभारंभ 26 नवंबर 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था. आगरा के धांधूपूरा से इटावा तक यह साइकिल ट्रैक बनाया गया था. जिसकी लंबाई करीब 207 किलोमीटर थी. जिस पर करीब 133 करोड़ रुपए का खर्च आया था. और करीब 92 गांव इस ट्रैक के दौरान पड़ते हैं. लेकिन अब यह साइकिल ट्रैक अतिक्रमण का शिकार हो गया है.