Prayagraj News: संगम नगरी के सरायइनायत थाना क्षेत्र का पांडेयपुर गांव सोमवार रात गोलियों की आवाज से दहल उठा. बाइक सवार हमलावरों ने जियाई का पूरा गांव निवासी आशीष की पीठ पर गोलीमार कर मौके से फरार हो गए. सारे आम हुए इस जानलेवा हमले में बाद आरोपी तमंचा लहराते हुए फरार हो गए. वहीं, परिजन आशीष को इलाज के लिए स्वरूप रानी अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की तो आरोपी के घर से तमंचा और कारतूस बरामद हुई.
जानकारी के मुताबिक सरायइनायत थाना क्षेत्र के जियाई का पूरा गांव निवासी बाबू चन्द यादव पीएसी में सूबेदार के पद पर कार्यरत है. इन दिनों उनकी तैनाती लखनऊ में है. गाँव के राजेश त्रिपाठी के परिवार से इनके परिवार की कुछ अनबन हाल में सम्पन्न हुये प्रधानी चुनाव से शुरु हुई थी. बाबू चन्द का छोटा लड़का आशीष यादव उम्र लगभग 23-वर्ष इस समय बीटीसी की पढ़ाई कर रहा था. सोमवार की रात लगभग आठ वह किसी काम से पांडेयपुर चौराहे पर आया था. वह चाय की दुकान पर खड़ा था कि तभी पीछे से आए हमलावरों ने उसकी पीठ पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. गोली लगाने के बाद आशीष जमीन पर गिरकर तड़पने लगा.
इसी दौरान आशीष का बड़ा भाई आलोक उधर से ट्रैक्टर लेकर गुजारा तो देखा वहां भीड़ लगी है, पास जाकर देखा तो उसके होश उड़ गए. गोली लगाने के बाद सड़क पर तड़प रहे भाई आशीष को लेकर, आलोक स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज पहुंचा. जहां डॉक्टरों ने आशीष को मृत घोषित कर दिया
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों के घर दबिश दी तो वह मौके से फरार मिले. घर पर ताला लगा हुआ था. वही पुलिस जब ताला तोड़कर घर में दाखिल हुई तो उसे तमंचा और कारतूस मिला. अभी तक की जांच में मामला प्रधानी चुनाव की रंजिश का लग रहा है. हालांकि, परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने प्रधान संतोष यादव समेत 11 लोगों को नामजद कर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है.