Aligarh News: डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आगरा द्वारा अलीगढ़ की राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के लिए अभिलेख इत्यादि न भेजने का मामला राजभवन पहुंच गया है. कई बार पत्राचार और व्यक्तिगत मिलने के बाद भी जब अंबेडकर यूनिवर्सिटी से कोई रिस्पांस नहीं मिला, तो राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी वीसी ने मामला राज्यपाल के संज्ञान में लाने के लिए राजभवन के लिए पत्र और मेल भेज दिया है.
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर चंद्रशेखर ने ‘प्रभात खबर’ को बताया कि कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव को अवगत कराया गया है. उन्होंने बताया कि 28 अप्रैल 2021 के शासनादेश के अनुसार 15 जून 2021 से अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज के समस्त महाविद्यालय राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध हो गए हैं. इन जिलों के महाविद्यालयों से संबंधित समस्त पत्रावली अभिलेख डाटा प्राप्ति के लिए राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय ने डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा को 21 जनवरी, 4 फरवरी 2022 को लिखा.
16 फरवरी को राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार व्यक्तिगत रूप से मिले. 24 फरवरी को राजभवन में आयोजित कुलपतिगणों की बैठक में कुलाधिपति द्वारा पुराने विश्वविद्यालय को नए विश्वविद्यालय के सहयोग करने के निर्देश दिए. 8 मार्च 2022 को फिर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा विचार विमर्श किया गया, परंतु अभी तक यूनिवर्सिटी ने समस्त पत्रावली, अभिलेख और डाटा राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी को उपलब्ध नहीं कराए हैं. जब इस बारे में प्रभात खबर ने डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार से संपर्क करना चाहा तो, उन्होंने फोन नहीं उठाया.
राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी में जब तक शिक्षणेत्तर के पद सृजित नहीं हो जाते या उन पर नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक डॉ बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय ऐसे कार्मिक उपलब्ध कराएगा, जो राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी में कार्य करने के लिए इच्छुक होंगे, परंतु अभी तक इस दिशा में भी कोई प्रगति नहीं हुई. पत्र में कुलपति प्रोफेसर चंद्रशेखर ने अवगत कराया कि शासन द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के सहायक सचिव कैलाश बिंद को अलीगढ़ की राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी से संबद्ध किया गया, उन्होंने 8 जनवरी 2022 को कार्यभार ग्रहण कर लिया. उसके बाद वह नियमित रूप से सहयोग नहीं कर रहे हैं.
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज विश्वविद्यालय अलीगढ़ के कुलपति प्रोफेसर चंद्रशेखर ने उच्च शिक्षा अनुभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराया कि डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा द्वारा कई बार पत्राचार करने के बावजूद अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज के महाविद्यालयों के अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय को सत्र 2022-23 की शुरुआत करनी है और संबंध 400 से ज्यादा कॉलेजों में सत्र शुरू होना है. दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं भी इस नए विश्वविद्यालय के द्वारा होनी है, पर डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा फाइल उपलब्ध न कराने के कारण सत्र के लेट होने का खतरा मंडरा रहा है.
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय बनने के बाद आगरा के डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से संबंध अलीगढ़, एटा, कासगंज, हाथरस जिले के डिग्री कॉलेजों को राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध कर दिया गया. अलीगढ़ जिले के 148, हाथरस के 91, एटा के 131, कासगंज के 38 डिग्री कॉलेज राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी से संबंध है.