Uttarakhand tunnel collapse News : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे के बाद पूरा देश उसमें फंसे 41 मजदूरों के सकुशल रेस्क्यू को लेकर दुआ कर रहा है. इधर सबकी नजर रेस्क्यू पर टिकी है . श्रमिकों के परिजन सहमे हुए हैं . राजधानी रांची के ओरामांझी स्थित खेराबेरा गाँव में भी बेचैनी बढ़ी हुई है . दरअसल उतरकाशी टनल हादसे में राजधानी रांची के ओरामांझी थाना क्षेत्र के खिराबेरा गाँव के 3 लोग भी फंसे है जबकि गाँव से 15 लोग उस टनल में मजदूरी के लिए गए है . गांव के तीन लोग 18 साल के अनिल बेदिया, 20 साल के राजेंद्र बेदिया और 17 साल के सुखराम बेदिया इस हादसे में फंसे हुए हैं. हादसे के बाद से ही गांव में खामोशी पसरी हुई है. और इस खामोशी के बीच उन परिजनों की सिसकियां सुनाई पड़ रही है जिनके बच्चे उत्तराखंड टनल के अंदर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. इस घटना के बाद से संबंधित परिवार के घर में ठीक से चूल्हा भी नहीं जल रहा है सिर्फ बच्चों के लिए खाना बन रहा है और खुद को जिंदा रखने के लिए परिवार वाले भी नाम मात्र का भोजन कर रहे हैं .
Uttarakhand tunnel collapse News : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे के बाद पूरा देश उसमें फंसे 41 मजदूरों के सकुशल रेस्क्यू को लेकर दुआ कर रहा है. इधर सबकी नजर रेस्क्यू पर टिकी है . श्रमिकों के परिजन सहमे हुए हैं . राजधानी रांची के ओरामांझी स्थित खेराबेरा गाँव में भी बेचैनी बढ़ी हुई है . दरअसल उतरकाशी टनल हादसे में राजधानी रांची के ओरामांझी थाना क्षेत्र के खिराबेरा गाँव के 3 लोग भी फंसे है जबकि गाँव से 15 लोग उस टनल में मजदूरी के लिए गए है . गांव के तीन लोग 18 साल के अनिल बेदिया, 20 साल के राजेंद्र बेदिया और 17 साल के सुखराम बेदिया इस हादसे में फंसे हुए हैं. हादसे के बाद से ही गांव में खामोशी पसरी हुई है. और इस खामोशी के बीच उन परिजनों की सिसकियां सुनाई पड़ रही है जिनके बच्चे उत्तराखंड टनल के अंदर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. इस घटना के बाद से संबंधित परिवार के घर में ठीक से चूल्हा भी नहीं जल रहा है सिर्फ बच्चों के लिए खाना बन रहा है और खुद को जिंदा रखने के लिए परिवार वाले भी नाम मात्र का भोजन कर रहे हैं .