Bengal Chunav 2021: बंगाल विधानसभा के दूसरे चरण का चुनाव 1 अप्रैल को होना है. दूसरा चरण में हाॅटसीट नंदीग्राम के साथ ही 30 विधानसभा सीट है जहां चुनाव होना है. नंदीग्राम में टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और बीजेपी के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी के बीच जबरदस्त मुकाबला होने वाला है. हालांकि चुनाव से पहले ही बीजेपी और टीएमसी ने अपनी- अपनी जीत का दावा कर दिया है. नंदीग्राम के अलावा एक और विधानसभा सीट है जहां की टीएमसी कैंडिडेट का नाम ममता है.
चौकियें मत, ममता बनर्जी केवल नंदीग्राम सीट से ही चुनाव लड़ रही है. हम यहां बात कर रहे हैं दासपुर विधानसभा सीट की. इस विधानसभा सीट पर टीएमसी की तरफ से ममता भुइयां को चुनावी मैदान में उतारा गया है. ममता भुइयां दासपुर के पूर्व विधायक अजीत भुइयां की पत्नी है.वर्ष 2011 में दासपुर से अजीत भुइयां ने टीएमसी को जीत दिलायी थी.
मगर, कुछ दिन बाद ही उनकी अचानक मौत हो गयी थी. इस बाबत इस सीट पर उपचुनाव करवाया गया जहां से अजीत भुइयां की पत्नी ममता भुइयां को चुनाव में टीएमसी ने उतारा था. इस उपचुनाव में ममता भुइयां को जीत मिली थी. दो बार विधायक बनने के बाद इस बार भी ममता बनर्जी ने ‘ममता’ पर भरोसा जताया है. वहीं बीजेपी की तरफ से प्रशांत बेरा को चुनावी मैदान में उतारा गया है तो वहीं संयुक्त मोर्चा के लेफ्ट कैडिडेट ध्रुवशेखर मंडल मैदान में है.
2019 में घाटाल लोकसभा क्षेत्र से टीएमसी के देव अधिकारी और बीजेपी की तरफ से पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष के बीच मुकाबला हुआ था. इस मुकाबले में देव की जीत हुई थी. घाटाल लोकसभा के अंतर्गत दासपुर विधानसभा सीट से भी टीएमसी को बढ़त मिली थी. देव को इस सीट से 99246 वोट मिली थी जबकि भारती घोष को 89306 वोट मिले थे. इस बार भी टीएमसी इस परिणाम को बरकरार रख पायेगी या नहीं, इसका पता 2 मई को चलेगा.
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2016 में दासपुर विधानसभा सीट पर टीएमसी को ही जीत मिली थी. टीएमसी की तरफ से चुनाव में खड़ी ममता भुइयां को 113603 वोट मिली थी. उन्होंने लेफ्ट के स्वप्न सांतरा को 28739 वोटों से हराया था. 2016 में बीजेपी चौथे नंबर पर थी लेकिन 2019 में बंगाल में मोदी लहर ऐसी चली की वो दूसरे नंबर पर पहुंच गयी. अब 2021 में नंबर वन बनने के लिए यानी बंगाल फतह करने के लिए बीजेपी ने पूरा दमखम लगा दिया है. अब देखना यह है कि टीएमसी अपनी सीट बचा पायेगी या बीजेपी का सपना पूरा होगा?
Posted by : Babita Mali