अलीगढ़. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति तारिक मंसूर ने एमएलसी मनोनीत होने के बाद मंगलवार को कुलपति पद से इस्तीफा दे दिया. कुलपति प्रोफ़ेसर तारिक मंसूर पिछले 6 साल से कुलपति पद पर कार्यरत थे. कुलपति ने भाजपा से विधान परिषद सदस्य मनोनीत होने के बाद कुलपति पद से इस्तीफा दिया है. कुलपति प्रोफेसर तारिक मनसूर के 5 साल पूरा होने के बाद उन्हें 1 साल कार्यकाल का एक्सटेंशन दिया गया था. तारिक मंसूर का कार्यकाल 17 मई को पूरा होने वाला था. हालांकि उनके आर एसएस और भाजपा के लोगों से नजदीकियां बढ़ गई थी. सोमवार को ही उनके भाजपा एमएलसी की घोषणा की गई थी. वहीं उन्होंने विश्वविद्यालय छात्रों के नाम एक आखरी पत्र जारी करते हुए इस्तीफा दे दिया है.
अब यह देखना है कि विश्वविद्यालय का नया कुलपति कौन बनता है. कुलपति ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजा है. वही कार्यवाहक कुलपति के रूप में पीवीसी प्रोफेसर गुलरेज अहमद को बनाया गया है. AMU के रजिस्टर मोहम्मद इमरान ने पत्र जारी कर वाइस चांसलर के इस्तीफा देने की पुष्टि की है. वही प्रो वीसी प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज को कुलपति का नया कार्यभार सौंपा गया है. तारिक मंसूर ने छात्रों के नाम आखरी पत्र भी लिखा है. जिसमें उन्होंने अपना पद छोड़ने का जिक्र भावुक तरीके से किया है.
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उन्होंने कहा कि इस संस्थान का नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला. छात्र के रूप में एएमयू में अपनी यात्रा शुरू की थी वहीं भाजपा द्वारा विधान परिषद सदस्य बनाए जाने को लेकर प्रोफेसर तारिक मंसूर ने धन्यवाद लिखा है. उन्होंने फैमिली को संबोधित करते हुए लिखा है कि मुझे 6 साल में इस महान संस्था को अच्छा बनाने का सौभाग्य मिला और कई चुनौतियां भी मिली. उन्होंने बताया कि 5 दशक पहले एक छात्र के रूप में यात्रा शुरू की थी. उन्होंने शिक्षकों, नॉन टीचिंग स्टाफ, स्टूडेंट सभी लोगों को सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया है.