झरिया थाना क्षेत्र के बनियाहीर तीन नंबर में हो रही ओबी डंप से कोयला चुनने गये बनियाहीर खटाल नहान घर निवासी एक महिला व एक बच्ची परियोजना से निकलने वाले गर्म ओबी की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गयीं. आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने दोनों को एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया, जहां दोनों की हालत चिंताजनक बनी हुई है. सूचना के अनुसार जयरामपुर परियोजना की सुशी आउटसोर्सिंग का ओबी डंप बनियाहीर सुराटांड़ के समीप किया जा रहा है.
ओबी से कोयला चुनने के लिए दर्जनों लोग रोज पहुंचते हैं. गुरुवार की देर शाम बनियाहीर नहान घर की रहने वाली रिंकू देवी (36 ) और उसकी भतीजी जिया कुमारी (11) ओबी के नीचे कोयला चुन रही थी, तभी अचानक गर्म ओबी के डंपिंग होने से दोनों उसकी चपेट में दोनों आ गयीं. उससे दोनों बुरी तरह से झुलस गयीं. चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और किसी तरह से दोनों को ओबी से बाहर निकाला. घटना के बाद स्थानीय लोगों में बीसीसीएल प्रबंधन के प्रति आक्रोश है. लोगों का कहना है प्रबंधन व आउटसोर्सिंग कंपनी डीजीएमएस केनियमों को भी पालन नहीं कर रही है, बनियाहीर मुहल्ले के समीप ओबी डंपिंग की जा रही है. इससे रास्ता प्रभावित हो रहा है.
गर्म ओबी गिराया जा रहा है. उसमें कोयला नहीं है. खनन कार्य भी चल रहा है. वहां आसपास के लोगों को नहीं जाना चाहिए. दोनों कैसे झुलसीं, यह मुझे जानकारी नहीं है.
-अरुण कुमार पांडेय, पीओ, जयरामपुर
Also Read: धनबाद : धनंजय हत्याकांड में तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, छानबीन जारी
गोपालीचक कोलियरी में संचालित सिंह नेचुरल आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा नदी के समीप ओबी गिराने के दौरान एकड़ा हरिजन बस्ती की दो बच्चियां बाल-बाल बच गयीं. बच्चियां नदी में बर्तन धोने गयी थी कि अचानक ऊपर से आउटसोर्सिंग कंपनी के वाहन द्वारा ओबी गिराया जाने लगा, यह देख निधि व विशाखा कुमारी भागने लगी. उसके बाद उनकी जान बची. इधर, घटना के विरोध में बस्ती की दो दर्जन महिलाएं बुधवार की शाम लोयाबाद थाना पहुंची और पुलिस से नदी में ओबी गिराने पर रोक लगाने की मांग की.
बताया कि गांव के बच्चे, महिलाएं नदी में नहाते-धोते हैं. ऐसे में कभी भी ओबी की चपेट में लोग आ सकते हैं. लोयाबाद पुलिस ने महिलाओं से कहा कि उक्त आउटसोर्सिंग उनके थाना क्षेत्र में नही है. पुटकी पुलिस से संपर्क कर मामले का समाधान निकाला जायेगा. विरोध जताने वालों में दुध्धी देवी, सरिता देवी, फुलमनी देवी, रीना देवी, बसंती देवी, संतोषी देवी, मानसी देवी, सुनीता देवी, सावित्री देवी, धुनिया देवी, किरण देवी, मीना देवी, पार्वती देवी, मुन्नी देवी, रूना देवी, चमेली देवी, बबली देवी आदि शामिल थीं. मामले में आउटसोर्सिंग प्रबंधन का पक्ष लेने के लिए प्रबंधक प्रमोद सिंह को फोन किया गया परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया.