Carl Gustaf M-4: वैसे तो इस बात से सभी वाकिफ होंगे कि चीन और पाकिस्तान भारत के प्रति आए दिन साजिश करते रहते हैं. हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे एक ऐसे हथियार के बारे में, जो इन दोनों देशों की सेना का काल है. इतना ही नहीं इस हथियार ने यूक्रेन में तबाही मचा रखी थी. लेकिन अब इसकी फैक्ट्री भारत में भी बन रही है. आइए जानते हैं विस्तार से.
दरअसल स्वीडन की डिफेंस और एयरोस्पेस कंपनी साब को भारत की रक्षा परियोजनाओं में 100 फीसदी के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की मंजूरी मिल गई है.
यह पहली विदेशी फर्म है. भारत में साब ने FFV इंडिया के नाम से एक नई कंपनी रजिस्टर्ड की है. जो कार्ल गुस्ताफ एम-4 सिस्टम के लेटेस्ट जेनरेशन वाले रॉकेट लॉन्चर के उत्पादन करेगी.
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आए दिन चीन और पाकिस्तान भारत के प्रति साजिश रचते हैं. दोनों देश भारत के लिए खतरा है. जिसे देखते हुए लगातार भारत अपनी ताकत बढ़ाने में लगा हुआ है.
कार्ल गुस्ताफ एम-4 एक ऐसा हथियार है, जिसकी मदद से कई अलग-अलग तरह के गोले दागे जा सकते हैं. यह एक छोटा रॉकेट लॉन्चर है, जो बड़े-बड़े टैंक को खत्म कर सकता है.
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कार्ल गुस्ताफ एम-4 एक ऐसा हथियार है जो दुश्मन की गाड़ी या टैंकों को एक गोले में ध्वस्त कर सकता है. गौरतलब है कि कार्ल गुस्ताफ एम-4 से पहले इसके ही तीन वेरिएंट लॉन्च हो चुके हैं. जिनमें एम-1, एम-2 और एम-3 है.
भारत में पहले से ही एम-3 की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में हो रहा है. इस हथियार का इस्तेमाल भारतीय सेना 1970 से ही कर रही है. इसे हथियार के इस्तेमाल से ही यूक्रेन ने रूसी टैंकों को ध्वस्त किया है.
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