World Tourism Day Celebration 2023: विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है. यह दिन पर्यटन को बढ़ावा देने और जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. इस साल 2023 विश्व पर्यटन दिवस का थीम “पर्यटन और हरित निवेश” है. चलिए जानते हैं विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर मथुरा में घूमने लायक जगहों के बारे में.
कृष्ण जन्म भूमि
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर” को हिंदू देवता भगवान कृष्ण के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है. भगवान कृष्ण विष्णु के 8 वें अवतार थे, जो मथुरा में एक जेल की कोठरी में पैदा हुए थे. अब उस जेल की कोठरी वाले स्थान पर एक मंदिर है, जहां पर हर साल लाखों पर्यटक और श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. कृष्ण जन्म भूमि मंदिर मथुरा के सबसे प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक हैं.
द्वारकाधीश मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर मथुरा का एक नया मंदिर है जिसका निर्माण लगभग 150 साल पहले भगवान कृष्ण के एक भक्त ने करवाया था. मानसून की शुरुआत में यह मंदिर अपने अद्भुत झूले उत्सव के लिए जाना-जाता है. इस मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति को “द्वारका के राजा” रूप में सजाया गया है और उन्हें यहाँ बिना मोर के पंख और बांसुरी के साथ दिखाया गया है.
राधा कुंड
राधा कुंड मथुरा का एक बहुत ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है जिसको भारत में वैष्णवों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थान माना जाता है. यह शहर मथुरा के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक हैं. राधा कुंड का इतिहास राधा और कृष्ण के दिनों का है जो उनके प्रेम के बारे में बताता है. यहाँ पर हर साल हजारों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं.
गोवर्धन पहाड़ी
गोवर्धन हिल मथुरा से 22 किमी दूर वृंदावन के पास स्थित है जो यहां आने वाले पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है. इस पहाड़ी का उल्लेख हिंदू धर्म के कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता है और इसे वैष्णवों के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है. इतिहास की माने तो एक बार मथुरा के अपने गांव को भयंकर बारिश और आंधी से बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पहाड़ी को अपनी एक उंगली पर उठा लिया था.
कंस किला
मथुरा का कंस किला यमुना नदी के पास स्थित है. यह बहुत ही प्राचीन काल है. इस किला में भगवान श्रीकृष्ण के मामा कंस रहा करते थे. यह हिंदू-मुस्लिम वास्तुकला के मिश्रण के रूप में बनाया गया है. अभी यह किला जर्जर अवस्था में है. लेकिन पर्यटक इसे देखने के लिए हजारों की संख्या में आते हैं.
कुसुम सरोवर
कुसुम सरोवर गोवर्धन और राधा कुंड के बीच स्थित है. यह सरोवार अपनी सुंदरता के लिए फेमस है. इस सरोवर का निर्माण राजसी बलुआ पत्थर से किया गया है. मथुरा में आने वाले पर्यटक इस कुसुम सरोवर में डुबकी लगाते हैं.
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मथुरा घूमने का सही समय क्या है
बता दें मथुरा घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों के दौरान होता है, जो अक्टूबर से मार्च तक रहता है. इस समय के दौरान शहर का मौसम ठंडा होता है.
मथुरा कैसे पहुंचे
मथुरा उत्तर प्रदेश के एक महत्वपूर्ण स्थल है और यहां पहुँचने के कई तरीके हैं. चलिए जानते हैं.
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हवाई जहाज़: आप इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (दिल्ली हवाई अड्डा) या आगरा के कांति नगर हवाई अड्डा के माध्यम से मथुरा पहुंच सकते हैं. दिल्ली हवाई अड्डा आगरा से लगभग 160 किलोमीटर की दूरी पर है, जबकि कांति नगर हवाई अड्डा मथुरा से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर है. इन हवाई अड्डों पर आपको विभिन्न देशों और भारत के अन्य शहरों से उड़ानें मिलती हैं.
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रेलवे: मथुरा के पास मथुरा जंक्शन और मथुरा सिटी दो मुख्य रेलवे स्थल हैं. यहाँ से आप भारतीय रेलवे के ट्रेनों का सहारा लेकर पहुँच सकते हैं. इन रेलवे स्थलों से आपको मथुरा के मुख्य आकर्षणों तक टैक्सी या ऑटोरिक्शा की सेवा उपलब्ध होती है.
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बस: यदि आप अपने गंदगी से मथुरा जाना पसंद करते हैं, तो आप बस सेवाओं का भी उपयोग कर सकते हैं. लखनऊ, दिल्ली, आगरा, वाराणसी और अन्य बड़े शहरों से मथुरा के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं
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अपने वाहन: यदि आपके पास अपना वाहन है, तो आप स्वतंत्रता से मथुरा पहुंच सकते हैं. मथुरा दिल्ली से करीब 160 किलोमीटर की दूरी पर है और यह आगरा से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर है.
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एक्स्प्रेस ट्रेन: दिल्ली से मथुरा के लिए कुछ एक्सप्रेस ट्रेनें भी उपलब्ध हैं, जो आपको तेजी से मथुरा पहुंचा सकती हैं.
बता दें मथुरा की यात्रा के लिए आपके पास कई विकल्प हैं, आप अपनी पसंद और आवश्यकताओं के हिसाब से किसी भी यात्रा साधन का चयन कर सकते हैं. यह एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जो भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है.