Independence Day 2023: हर साल 15 अगस्त को देश भर में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है. इस दिन अमर शहीद जवानों और हस्तियों को याद किया जाता है. इस खास अवसर पर देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमने का अपना एक अलग मजा होता है. इसी कड़ी में आज हम आपको बताएंगे छत्तीसगढ़ में घूमने लायक जगहों के बारे में. जहां पर्यटन के लिए काफी मशहूर है. यहां देश-विदेश से लोग सैर करने आते हैं. इस राज्य में कई पर्यटन स्थल के साथ कई प्राचीन मंदिर और राष्ट्रीय उद्यान भी है. तो चलिए जानते हैं विस्तार से.
चित्रकोट वाटरफॉल
इस बार आजादी का जश्न मनाने आप छत्तीसगढ़ के चित्रकोट वाटरफॉल जा सकते हैं. यह जगह घूमने के लिहाज में सबसे बेस्ट है. चित्रकोट वाटरफॉल छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िले में इन्द्रावती नदी पर स्थित है. इसकी उंचाई 90 फीट है. चांदनी रात में यह बिल्कुल सफेद दिखाई देता है.अलग-अलग अवसरों पर इस जलप्रपात से कम से कम तीन और अधिकतम सात धाराएं गिरती हैं.
भोरमदेव
इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप भोरमदेव छत्तीसगढ़ घूमने जा सकते हैं. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यहां मंदिर में खजुराहो मंदिर की झलक दिखाई देती है, इसलिए इस मंदिर को “छत्तीसगढ़ का खजुराहो” भी कहा जाता है. मंदिर में तीन ओर से प्रवेश किया जा सकता है. मंदिर पांच फुट ऊंचे चबुतरे पर बना है. तीनों प्रवेश द्वारों से सीधे मंदिर के मंडप में प्रवेश किया जा सकता है. मंडप की लंबाई 60 फुट है और चौड़ाई 40 फुट है. मंडप के बीच में 4 खंबे हैं और किनारे की ओर 12 खम्बे हैं. यह घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है.
पुरखौती मुक्तांगन
छत्तीसगढ़ में घूमने के लिए पुरखौती मुक्तांगन सबसे खूबसूरत जगह है. यह नया रायपुर में 24.2 हेक्टेयर (60 एकड़) का सांस्कृतिक और मूर्तिकला उद्यान है. 2006 में स्थापित इसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था. इसमें छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति की झलक मिलती है. यह जगह सैर करने के लिए सबसे बेस्ट है. यहां आप अपनी फैमिली और फ्रेंड के साथ घूमने जा सकते हैं.
मैनपाट
“मैनपाट” छत्तीसगढ़ राज्य की स्थानीय आदिवासी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह एक पर्यावरण और सांस्कृतिक स्थल होता है जिसमें आदिवासी समुदाय की संगीत, नृत्य और धार्मिक अनुष्ठान को प्रस्तुत किया जाता है. मैनपाट में आदिवासी समुदाय के लोग एक प्रकार की पत्थलग के रूप में विशेष गायन और नृत्य का प्रदर्शन करते हैं, जिसे “मैनपाट” कहा जाता है. यह पारंपरिक आदिवासी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और समाजिक और धार्मिक अवस्थाओं में किया जाता है. मैनपाट के दौरान, संगीत और नृत्य के माध्यम से किसी विशेष धार्मिक आयोजन की आदिवासी समुदाय की भक्ति और आराधना का प्रदर्शन किया जाता है. यह उनके संगीत और नृत्य की अद्भुतता और शैली को दिखाता है.
कोटमसर गुफा
कोटमसर गुफा छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के पास स्थित एक चूना पत्थर की गुफा है. इकोटूरिज्म में रुचि रखने वाले लोगों के लिए कोटुमसर गुफा एक प्रमुख आकर्षण स्थित है. कोटमसर गुफा कांगेर चूना पत्थर बेल्ट पर बनी है, जो कोलाब नदी की सहायक नदी कांगेर के तट के पास स्थित है. यह जगह घूमने के लिए सबसे बेस्ट है. यहां आप अपनी फैमिली के साथ सैर करने जा सकते हैं.
डोंगरगढ़
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले मे स्थित डोंगरगढ़ काफी फेमस है. यह शहर मां बांम्बलेश्वरी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. देश-विदेश से पर्यटक लोग घूमने आते हैं. बता दें छत्तीसगढ़ राज्य की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित है. डोंगरगढ़ शब्द डोंगर से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘पहाड़’ और इस शब्द में ‘गढ़’ एक किले का प्रतीक है. यह मंदिर लगभग 1,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
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लक्ष्मण मंदिर
लक्ष्मण मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है. यह भारतीय वास्तुकला के महत्वपूर्ण प्राचीन मंदिरों में से एक है. मंदिर की शैली नागर शैली में है, जिसमें गुम्मट की संरचना और विशेष शिखर होता है. मंदिर के अंदर विभिन्न गुफाएं प्रवेश द्वार और कलात्मक अंश शामिल हैं, जो उसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं. यह मंदिर प्राचीनता और भारतीय धार्मिकता का प्रतीक है और यहां आने वाले पर्यटक इसकी मुरीद हो जाते हैं. देश-विदेश से पर्यटक यहां घूमने आते हैं.