यूपी में चुनावी घमासान के बीच मछुआरा आरक्षण को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है. निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद के आरक्षण वाले बयान पर विकाशसील इंसाफ पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने हमला बोला है. मुकेश सहनी ने पत्र लिखकर संजय निषाद पर बंद कमरे में आरक्षण की मांग पर समझौते करने का आरोप लगाया है.
मुकेश सहनी ने पत्र लिखकर कहा है कि संजय निषाद समाज की आड़ में परिवार को बढ़ावा देने में लगे रहते हैं. सहनी ने आगे लिखा, ‘2018 के लोकसभा उपचुनाव में आपने अखिलेश यादव से बंद कमरे में समझौता कर बेटे को सांसद बनवा दिया. यही काम बीजेपी से मिलकर 2019 में किया और अब 2021 में खुद समझौता कर एमएलसी बन गए.’
आदरणीय बड़े भाई डॉ. संजय निषाद जी को "जय निषाद राज"https://t.co/uG0YcdtfRn pic.twitter.com/myQCLthBW1
— Mukesh Sahani (@sonofmallah) December 10, 2021
वीआईपी सुप्रीमो ने दी चुनौती– मुकेश सहनी ने पत्र लिखकर संजय निषाद को चुनाव से पहले बड़ी चुनौती दी है. मुकेश सहनी ने कहा कि अगर आप सही में निषाद आरक्षण को लेकर गंभीर है, तो 100 लोगों की टीम बनाइए और सरकार से खुले में बात कीजिए. उन्होंने कहा कि आपके इस काम का मैं सपोर्ट करूंगा.
मुकेश सहनी की पार्टी यूपी में लड़ेगी चुनाव– मुकेश सहनी और उनकी पार्टी यूपी में विधानसभा का चुनाव लड़ेगी. सहनी ने 160 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. पार्टी निषाद बहुल सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है. बता दें कि यूपी में करीब 18 फीसदी निषाद वोटर हैं. वहीं निषाद पार्टी ने यूपी चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी से गठबंधन किया है.