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सीएम योगी का जन्मदिन आज
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अजय सिंह बिष्ट था सीएम योगी का नाम
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ऐसे हुई थी राजनीति में एंट्री
90 के दशक में जब राम मंदिर आंदोलन अपने चरम पर था, अयोध्या में कार सेवकों की भीड़ जुटी थी. उसी भीड़ में अपनी भागीदारी देने एक पहाड़ी बच्चा भी आया था. इसी दौरान उसकी मुलाकात गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्धनाथ से होती है. और रातों-रात बिना किसी को बताए वो बच्चा नाथ सम्प्रदाय की दीक्षा ले ले लेता है. जिसके बाद वो अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ बन जाता है. जी हां हम बात कर रहे हैं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की.
राजनीति का मंझा हुआ खिलाड़ी, युवा और तेज-तर्रार राजनेता, लगातार पांच बार सांसद और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का आज जन्म दिन है. यह उनका 49वां जन्मदिवस है. योगी आदित्यनाथ नाथ बीजेपी का एक बड़ा चेहरा हैं. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बाद पार्टी के सबसे कद्दावर नेता सीएम योगी ही हैं.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित पंचूर गांव में हुआ था. इनके पिता का नाम आनन्द सिंह बिष्ट और मां का नाम सावित्री देवी है. सीएम योगी के सात भाई बहन हैं. और वे अपने माता पिता की पांचवीं संतान हैं. राम मंदिर आंदोलन में जब वे अयोध्या आये थे फिर उनकी घर वापसी महज औपचारिकता थी. सन्यास उसी समय से उनके मन में घर कर गया था.
योगी बने राजनीति का एंग्री यंग मैनः योगी आदित्यनाथ ने महज 22 साल की उम्र में सन्यास धारण कर लिया था. 1994 को नाथ संप्रदाय के सबसे प्रमुख मठ गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली थी. सियासत में हिन्दू चेहरे के रूप में जल्द ही योगी की चर्चा हर ओर होने लगी. उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें महंत अवैद्यनाथ ने पहले गद्दी का उत्तराधिकारी बनाया फिर अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी भी घोषित कर दिया. यही वो समय था जब राजनीति में एक एंग्री यंग मैन की एंट्री हुई थी.
लगातार पांच बार से हैं सांसदः योगी आदित्यनाथ आज हुन्दुत्व का एक बड़ा चेहरा हैं. योगी आदित्यनाथ लगातार 5 बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जबरदस्त जीत के बाद उन्हें मुख्यमंत्री चुना गया. योगी आदित्यनाथ बीजेपी में भी अपना खास स्थान रखते हैं. वो कई हिन्दू संगठनों से भी जुड़े हुए हैं.
मुस्लिमों के लिए दिया धरनाः वैसे तो सीएम योगी की क्षवि एक हिन्दू नेता के रुप में विख्यात है. लेकिन कई मौको पर सीए ने इस छवि को गलत साबित कर दिया है. मीडिया रिपोट्स की माने तो एक मुस्लिम दर्जी से फिरौती मांगने पर योगी आदित्यनाथ तबतक धरने पर बैठे रहे जबतक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं कर लिया.
Posted by: Pritish Sahay