13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अनुपम खेर ने किया मारे गए कश्‍मीरी पंड‍ितों का त्रिपिंडी श्राद्ध, कांग्रेस‍ बोली- लाश की राजनीत‍ि बंद करो

जिलाध्यक्ष कांग्रेस विश्वनाथ कुंवर ने कहा कि अनुपम खेर बनारस आकर कश्मीर में मारे गए हिंदुओं के लिए त्रिपिंडी श्राद्ध कर रहे हैं. हम उनसे पूछना चाहते हैं कि यह किन हिंदुओं के लिए श्राद्ध किया जा रहा है.

Varanasi News: वाराणसी में एक ओर जहां फ‍िल्म अभिनेता अनुपम खेर ने कश्मीरी पंडितों की जिस तरह से कश्मीर में हत्या हुई थी उसे लेकर आज उन्होंने त्रिपिंडी श्राद्ध किया तो वही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध करते हुए नारेबाजी की. वे अनुपम खेर वापस जाओ के नारे लगा रहे थे. पत्रकारों से उन्होंने कहा कि अब ये लोग लाशों की राजनीति कर रहे हैं. अगर अनुपम खेर को इतना ही दर्द था तो इनको कश्मीर में जाकर धरना देना चाहिए था.

अनुपम खेर से पूछे कई सवाल

जिलाध्यक्ष कांग्रेस विश्वनाथ कुंवर ने कहा कि अनुपम खेर बनारस आकर कश्मीर में मारे गए हिंदुओं के लिए त्रिपिंडी श्राद्ध कर रहे हैं. हम उनसे पूछना चाहते हैं कि यह किन हिंदुओं के लिए श्राद्ध किया जा रहा है. उन हिंदुओं के लिए जो 1990 में बीजेपी सरकार के वक्त मारे गए थे या वर्तमान में जो मारे जा रहे हैं. आखिर किन कश्मीरी हिंदुओं की त्रिपिंडी श्राद्ध है ये? यदि 1990 के वक्त मारे गए कश्मीरी हिंदुओं के लिए यह श्राद्ध है तो क्या अबतक ये लोग सो रहे थे? यदि ये वर्तमान में मारे गए हिंदुओं के लिए है तो धारा 370 हटने के बाद बीजेपी नाकाम क्यों है? कश्मीर में हिंदू मर रहे हैं तो वहां क्यों नहीं जाकर धरना दे रहे हैं? ये क्यों काशी में आकर राजनीति कर रहे हैं? ये लोग काशी को राजनीति का अखाड़ा बना दिये हैं? अनुपम खेर में यदि हिम्मत है तो कश्मीरियों के साथ बैठकर कश्मीर में धरना दें. उनकी सुरक्षा की गुहार सरकार से करें न कि सरकारी दलाल बनकर काशी में आकर त्रिपिंडी श्राद्ध करें. हम अनुपम खेर से काशी से वापस जाने का आग्रह करते हैं नहीं तो काशीवासियों को मजबूरन उन्हें वापसी का रास्ता दिखाना पड़ेगा. ये कश्मीरी पंडितों की लाश की राजनीति हो रही है.

रिपोर्ट : विपिन स‍िंह

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें